मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोंटा खाकर निभाई परंपरा, गौरा-गौरी पूजा में शामिल होकर की प्रदेश के खुशहाली की कामना

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोंटा खाकर निभाई परंपरा, गौरा-गौरी पूजा में शामिल होकर की प्रदेश के खुशहाली की कामना

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोंटा खाकर निभाई परंपरा, गौरा-गौरी पूजा में शामिल होकर की प्रदेश के खुशहाली की कामना
Modified Date: November 29, 2022 / 08:46 pm IST
Published Date: November 5, 2021 10:01 am IST

भिलाई। cm bhupesh baghel in gaura gauri puja मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हर साल की तरह इस साल भी प्रदेश की मंगल कामना और खुशहाली के लिए कुश के सोंटे खाकर परंपरा निभाई। आज ग्राम जंजगिरी में उन्होंने यह परंपरा निभाई। यहां के ग्रामीण बीरेंद्र ठाकुर ने उन पर सोटे का प्रहार किया। इस दौरान सीएम भूपेश गोंड समुदाय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल हुए।

ये भी पढ़ें: इन 53 देशों में आएगी कोरोना की नई लहर! पांच लाख लोगों की हो सकती हैं मौतें, कई देशों में तेजी से बढ़ रहा संक्रमण

यह प्राचीन परंपरा है कि इस तरह सोटे का प्रहार विघ्नों का नाश करने वाला है साथ ही सुख और समृद्धि लेकर आता है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ग्रामीणों से कहा कि हर साल भरोसा ठाकुर प्रहार करते थे। अब यह परंपरा उनके पुत्र बीरेंद्र ठाकुर निभा रहे हैं। ग्रामीणों से चर्चा में उन्होंने कहा कि गोवर्धन पूजा गोवंश की समृद्धि की परंपरा की पूजा है जितना समृद्ध गोवंश होगा उतनी ही हमारी तरक्की होगी।

 ⁠

ये भी पढ़ें: दिवाली पर कर्मचारियों को कंपनी ने दिया इलेक्ट्रिक स्कूटर का गिफ्ट, पर्यावरण को हो रहे नुकसान के कारण लिया फैसला

इसी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में गोवर्धन पूजा इतनी लोकप्रिय होती है। लोग साल भर इसका इंतजार करते हैं एक तरह से यह पूजा गोवंश के प्रति हमारी कृतज्ञता का प्रतीक भी है। हर साल आप लोगों के बीच मैं सुबह-सुबह पहुंचता हूं और मुझे बहुत खुशी होती है। सीएम आज सुबह 11 बजे CM हाउस में गोवर्धन पूजा कार्यक्रम
में शामिल होंगे।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com