Ajit Jogi Statue Controversy: बिना इजाजत लगा दी दिवंगत नेता अजीत जोगी की मूर्ति!.. नगरपालिका ने दिया हटाने का अल्टीमेटम, जानें पूरा विवाद

इस मुद्दे पर अब तक जोगी परिवार की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। मीडिया ने संपर्क करने की कोशिश की लेकिन परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया। ठेकेदार भी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।

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Reported By: Sharad Agrawal

Modified Date: May 22, 2025 / 07:48 PM IST
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Published Date: May 22, 2025 7:37 pm IST
HIGHLIGHTS
  • बिना अनुमति अजीत जोगी की मूर्ति लगाने पर नगरपालिका ने ठेकेदार को 24 घंटे का नोटिस दिया।
  • नगर पालिका की योजना अनुसार वहां पहले से श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति लगनी थी।
  • जोगी परिवार और ठेकेदार ने अब तक इस विवाद पर कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी।

Ajit Jogi Statue Controversy: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी की प्रतिमा को लेकर उनके ही गृहनगर गौरेला में विवाद खड़ा हो गया है। नगर पालिका गौरेला ने बिना अनुमति के लगाई गई इस प्रतिमा को हटाने का निर्देश देते हुए ठेकेदार को 24 घंटे का नोटिस जारी किया है।

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नगर पालिका के मुख्य नगरपालिका अधिकारी (सीएमओ) नारायण साहू का कहना है कि जिस स्थान पर प्रतिमा लगाई गई है, वहां की योजना पहले से तय थी। वहां करीब तीन लाख रुपये की लागत से गार्डन और बेस तैयार किया जाना था, जिसकी स्वीकृति 2013 में तत्कालीन कोटा विधायक रेणु जोगी ने अपनी विधायक निधि से दी थी। इस कार्य को 2024 के फरवरी में अंतिम रूप दिया गया, लेकिन उस समय किसी विशेष व्यक्ति की प्रतिमा लगाए जाने का फैसला नहीं हुआ था।

बिना इजाजत लगाई गई मूर्ति

Ajit Jogi Statue Controversy: हाल ही में, 11 अप्रैल को गौरेला नगर पालिका परिषद की बैठक में यह प्रस्ताव पारित हुआ कि उस स्थान पर पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा लगाई जाएगी। इस प्रस्ताव की मंजूरी प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। इसके बावजूद, ठेकेदार गणेश कंस्ट्रक्शन ने अचानक रातों-रात अजीत जोगी की प्रतिमा वहां स्थापित कर दी, जिसके लिए कोई प्रशासनिक अनुमति नहीं ली गई थी।

सीएमओ नारायण साहू ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई नियमों के खिलाफ है और तय योजना के अनुसार प्रतिमा को हटाया जाएगा। यदि ठेकेदार तय समय में इसे नहीं हटाता, तो नगर पालिका खुद कार्रवाई करेगी।

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जोगी परिवार की प्रतिक्रिया नहीं

Ajit Jogi Statue Controversy: इस मुद्दे पर अब तक जोगी परिवार की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। मीडिया ने संपर्क करने की कोशिश की लेकिन परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया। ठेकेदार भी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।

1. अजीत जोगी की प्रतिमा को लेकर विवाद क्यों हुआ है?

गौरेला नगर पालिका क्षेत्र में बिना अनुमति अजीत जोगी की प्रतिमा स्थापित कर दी गई है। यह स्थल पहले से निर्धारित था जहां पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव नगर पालिका ने 11 अप्रैल को पारित किया था। इसलिए बिना अनुमति लगी अजीत जोगी की प्रतिमा को नियमों के खिलाफ माना गया है।

2. नगर पालिका ने क्या कदम उठाया है?

गौरेला नगर पालिका ने ठेकेदार को 24 घंटे का नोटिस जारी किया है, जिसमें प्रतिमा को स्वयं हटाने के लिए कहा गया है। अगर तय समय में यह काम नहीं होता, तो नगर पालिका खुद प्रतिमा हटाने की कार्रवाई करेगी। यह फैसला नगर पालिका के CMO नारायण साहू द्वारा लिया गया है।

3. क्या जोगी परिवार या ठेकेदार की ओर से कोई प्रतिक्रिया आई है?

अब तक जोगी परिवार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। मीडिया द्वारा संपर्क की कोशिश के बावजूद परिवार ने कोई बयान नहीं दिया। वहीं, ठेकेदार गणेश कंस्ट्रक्शन भी मीडिया के सामने कुछ भी कहने से बचते नजर आए हैं।