Ajit Jogi Statue Controversy: बिना इजाजत लगा दी दिवंगत नेता अजीत जोगी की मूर्ति!.. नगरपालिका ने दिया हटाने का अल्टीमेटम, जानें पूरा विवाद
इस मुद्दे पर अब तक जोगी परिवार की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। मीडिया ने संपर्क करने की कोशिश की लेकिन परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया। ठेकेदार भी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।
Ajit Jogi Statue Controversy || Image- IBC24 News File
- बिना अनुमति अजीत जोगी की मूर्ति लगाने पर नगरपालिका ने ठेकेदार को 24 घंटे का नोटिस दिया।
- नगर पालिका की योजना अनुसार वहां पहले से श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति लगनी थी।
- जोगी परिवार और ठेकेदार ने अब तक इस विवाद पर कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी।
Ajit Jogi Statue Controversy: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी की प्रतिमा को लेकर उनके ही गृहनगर गौरेला में विवाद खड़ा हो गया है। नगर पालिका गौरेला ने बिना अनुमति के लगाई गई इस प्रतिमा को हटाने का निर्देश देते हुए ठेकेदार को 24 घंटे का नोटिस जारी किया है।
नगर पालिका के मुख्य नगरपालिका अधिकारी (सीएमओ) नारायण साहू का कहना है कि जिस स्थान पर प्रतिमा लगाई गई है, वहां की योजना पहले से तय थी। वहां करीब तीन लाख रुपये की लागत से गार्डन और बेस तैयार किया जाना था, जिसकी स्वीकृति 2013 में तत्कालीन कोटा विधायक रेणु जोगी ने अपनी विधायक निधि से दी थी। इस कार्य को 2024 के फरवरी में अंतिम रूप दिया गया, लेकिन उस समय किसी विशेष व्यक्ति की प्रतिमा लगाए जाने का फैसला नहीं हुआ था।
बिना इजाजत लगाई गई मूर्ति
Ajit Jogi Statue Controversy: हाल ही में, 11 अप्रैल को गौरेला नगर पालिका परिषद की बैठक में यह प्रस्ताव पारित हुआ कि उस स्थान पर पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा लगाई जाएगी। इस प्रस्ताव की मंजूरी प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। इसके बावजूद, ठेकेदार गणेश कंस्ट्रक्शन ने अचानक रातों-रात अजीत जोगी की प्रतिमा वहां स्थापित कर दी, जिसके लिए कोई प्रशासनिक अनुमति नहीं ली गई थी।
सीएमओ नारायण साहू ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई नियमों के खिलाफ है और तय योजना के अनुसार प्रतिमा को हटाया जाएगा। यदि ठेकेदार तय समय में इसे नहीं हटाता, तो नगर पालिका खुद कार्रवाई करेगी।
जोगी परिवार की प्रतिक्रिया नहीं
Ajit Jogi Statue Controversy: इस मुद्दे पर अब तक जोगी परिवार की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। मीडिया ने संपर्क करने की कोशिश की लेकिन परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया। ठेकेदार भी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।

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