आदिवासी समाज के कद्दावर नेता थे ‘मनोज सिंह मंडावी’, बद्रीधर दीवान के बाद बने थे छठवें विधानसभा उपाध्यक्ष

आदिवासी समाज के कद्दावर नेता थे 'मनोज सिंह मंडावी : Manoj Singh Mandavi passed away age of 58, is MLA was Bhanupratappur

आदिवासी समाज के कद्दावर नेता थे ‘मनोज सिंह मंडावी’, बद्रीधर दीवान के बाद बने थे छठवें विधानसभा  उपाध्यक्ष
Modified Date: November 29, 2022 / 08:30 pm IST
Published Date: October 16, 2022 9:17 am IST

रायपुर । छत्तीसगढ़ के विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी का आज निधन हो गया है। वे आदिवासी समाज के कद्दावर नेता माने जाते थे। वे धमतरी के सर्किट हाउस में वे रुके थे। सुबह उन्हें हार्ट अटैक आया। अस्पताल ले जाने से पहले ही उनकी हृदय गति रुक गई। डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मंडावी अजीत जोगी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। उनके निधन की खबर से राजनीतिक जगत सकते में है। उनका जन्म 14 नवंबर सन 1964 को हुआ था। उनके पिता का नाम हरिशंकर ठाकुर था। वे इंडियन नेशनल कांग्रेस से ताल्लुक रखते थे। उनका निर्वाचन क्षेत्र व क्रमांक 80- भानुप्रतापुर था। वे यहां से विधायक भी थे।ॉ

यह भी पढ़े ;  नहीं रहे विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी, ऐसा रहा राजनीतिक सफर 

आदिवासी समाज से ताल्लुक रखने के बावजूद वे काफी पढ़े लिखे भी थे। उन्होंने एम. ए. एलएल. बी तक की पढ़ाई की। 21 फरवरी साल 1995 में मनोज मंडावी ने सावित्री मंडावी से शादी की। जिनसे उन्हें दो बच्चे भी है। वे मुख्य रुप से ग्राम नथिया नवागांव, तहसील कांकेर जिला उत्तर बस्तर कांकेर ( 494336 ) के रहने वाले है। मनोज सिंह मंडावी 2 दिसंबर 2019 से छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष पद पर बने हुए थे। उनसे पहले बद्रीधर दीवान छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष थे। मनोज सिंह मंडावी छठवे नंबर के विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे।

 ⁠

यह भी पढ़े ; विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी का हार्ट अटैक से निधन

छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष

बनवारी लाल अग्रवाल
धरमजीत सिंह
बद्रीधर दीवान
नारायण चंदेल
बद्रीधर दीवान
मनोज सिंह मंडावी


लेखक के बारे में