Bemisal Bastar IBC24: नई सरकार की नई नीति, अब विकास की अविश्वसनीय रफ्तार, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन से सरोकार
Bemisal Bastar IBC24 | New resolution and policy | नई सरकार की नई नीति, अब विकास की अविश्वसनीय रफ्तार, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन से सरोकार
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Bemisal Bastar IBC24: रायपुर। वैसे तो धरती को स्वर्ग कहा जाता है, लेकिन अगर बस्तर को छत्तीसगढ़ का स्वर्ग कहा जाए तो ये कहीं भी गलत नहीं होगा। बस्तर दुनिया भर में सिर्फ वनों के लिए नहीं बल्कि अपनी अनूठी सममोहक संस्कृति के लिए पहचाना जाता है। यहां के आदित जनजातियों की परंपराएं, लोकगीत, लोक नृत्य, स्थानीय भाषा, शिल्प एवं लोक कला की पूरी दुनिया कायल है। आज आईबीसी 24 ये जानने की कोशिश कर रहा है कि सरकार की सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचा या नहीं। बता दें कि आईबीसी 24 सदा से जनता की आवाज और जनहित की बात सरकार तक पहुंचाने का माध्यम बना है और हमेशा इस बात पर अडिग रहेगा कि ‘सवाल आपका है’।
बस्तर… बस्तर सिर्फ संभाग का नाम नहीं बल्कि अपने आप में एक पूरी संस्कृति है। संगीनों के साए में अति नक्सल प्रभावित इलाके कुछ साल पहले तक अपने जद्दोजहद की कहानी बयां करती थी। मीलों तक जंगल और डर.. यही बस्तर की पहचान थी। लेकिन बीजेपी की सरकारों ने चाहे वो राज्य में रमन सिंह मुख्यमंत्री रहे हों या फिर केंद्र में मोदी की सरकार हो। विकास की अविश्वसीय रफ्तार से यहां नकारात्मक पहचान का एहसास तक नहीं होने दिया। नक्सल नियंत्रित इलाकों में पैठ बढ़ाने और नक्सलियों को बैकफुट पर धकेलने की प्रशासन की रणनीति सफल रही।
सड़क के निर्माण के साथ ही नक्सल प्रभावित सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर आपस में ही नहीं, बल्कि पड़ोसी राज्यों से भी जुड़ गए। अनछुए और अनबुझे इलाकों तक राहत के लिए केंद्र सरकार की कई योजनाओं को काम पर लगाया गया। स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया गया। जिला अस्पतालों को अपग्रेड किया गया। ज्यादा से ज्यादा लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचे इसके लिए स्वास्थ्य विभाग खुद गांव गांव के हाट बाजारों तक पहुंच गया। शिक्षा विभाग ने भी मोर्चा संभालते हुए नक्सलियों के आतंक की गवाही दे रहे स्कूलों को दोबारा शुरू कराया। छात्र छात्राओं को पढ़ने के लिए प्रेरित किया, जिससे बस्तर जैसे इलाके में आने वाली पीढ़ी अपनो को बेहतर भविष्य दे सके।
Bemisal Bastar IBC24: नई शिक्षा नीति के मुताबिक पीएम श्री योजना शुरू की गई ताकि बस्तर के स्कूल दूसरे स्कूलों को प्रेरणा दे सकें। कांकेर, बीजापुर, कोंडागांव, जगदलपुर-बस्तर, सभी सातों जिलों में शिक्षा और रोजगार के लिए ठोस पहल की गई। बस्तर को पर्यटन के लिहाज से बेहद अहम बनाने की योजना पर काम चल रहा है। ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय के नेतृत्व में नई सरकार नए संकल्प, नई ऊर्जा और नई योजनाओं के साथ आई है। बस्तर नए भरोसे के साथ नई सरकार की तरफ देख रहा है… क्योंकि यहां लोगों को मोदी की गारंटी पर पूरा भरोसा है।

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