Bejod Bastar: बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने हो रहे नित नए काम, सैलानियों को बेहद खास अनुभव दे रहा यह खूबसूरत रिसॉर्ट

लोहंडीगुड़ा को भानपुरी से जोड़ने के लिए आज से दो दशक पूर्व यहां इंद्रावती में पुल का निर्माण किया गया था। नक्सली हमले से बचाने के लिए नदी के किनारे सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया था। दो दशक बाद इलाके की तस्वीर बदलने लगी है।

Bejod Bastar: बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने हो रहे नित नए काम, सैलानियों को बेहद खास अनुभव दे रहा यह खूबसूरत रिसॉर्ट

Bejod Bastar

Modified Date: January 24, 2023 / 12:22 pm IST
Published Date: January 24, 2023 12:09 pm IST

Bejod Bastar: जगदलपुर। बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शासन प्रशासन के द्वारा नित नए कदम उठाए जा रहे हैं। कोरोना काल के दौरान जिले में पर्यटकों की संख्या काफी कम हो गई थी लेकिन अब पर्यटकों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ने लगी हैं। पर्यटकों को रिझाने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा पर्यटन स्थल चित्रकोट के लामड़ागुड़ा में एसटीएफ कैंप रिसॉर्ट बनाया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चित्रकोट विधानसभा के दौरे के दौरान इस रिसॉर्ट का लोकार्पण किया था।

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लोहंडीगुड़ा को भानपुरी से जोड़ने के लिए आज से दो दशक पूर्व यहां इंद्रावती में पुल का निर्माण किया गया था। नक्सली हमले से बचाने के लिए नदी के किनारे सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया था। दो दशक बाद इलाके की तस्वीर बदलने लगी है। ऐसे में एसटीएफ कैंप को यहां से हटा दिया गया है और सुरक्षा कैंप के स्थान पर जिला प्रशासन ने यहां रिसॉर्ट बनाया है। रिसोर्ट के कमरों के निर्माण में पत्थरों का उपयोग किया गया है। बाहर से सामान्य दिखने वाला रिजॉर्ट अंदर से बेहद आकर्षक है, देर शाम होने के बाद यहां का नजारा सैलानियों को बेहद खास अनुभव देता है।

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चित्रकोट में निर्मित यह रिसॉर्ट क्षेत्र में कम होते नक्सलवाद की पहचान बन रहा है। एसटीएफ कैंप को हटाकर इस रिसॉर्ट की स्थापना की गई है। इसके साथ ही यहां काम करने वाले कर्मचारी भी आत्म समर्पित नक्सली हैं। दरभा और बारसूर इलाके में सक्रिय रहे नक्सली आत्मसमर्पण करने के बाद पुलिस और जिला प्रशासन की मदद से अब मुख्यधारा में लौट रहे हैं। एसटीएफ कैंप रिजॉर्ट का संचालन पर्यटन विभाग के द्वारा किया जा रहा है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com