अब आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर भी सियासत! भाजपा के ‘अमृत महोत्सव’ बनाम कांग्रेस का ‘हीरक महोत्सव’

अब आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर भी सियासत! भाजपा के 'अमृत महोत्सव' बनाम कांग्रेस का 'हीरक महोत्सव'

  •  
  • Publish Date - September 29, 2021 / 10:39 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:21 PM IST

This browser does not support the video element.

रायपुर। छत्तीसगढ़ की बात में स्वागत है आपका…देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर कांग्रेस और भाजपा साल भर अभियान चलाकर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर रही है…केन्द्र की भाजपा सरकार ने मार्च से ही ‘अमृत महोत्सव’ नाम आयोजन शुरू कर दिए हैं…तो अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस भी 2 अक्टूबर से ‘हीरक महोत्सव’ के तहत आयोजन शुरू कर रही है…कांग्रेस के इस ऐलान के बाद से ही इस पर सत्तापक्ष-विपक्ष में राष्ट्रवाद को लेकर फिर बहस छिड़ गई है…यानि कुल मिलाकर संघर्ष इस बात को लेकर दिखता है कि सच्चा राष्ट्रहितैषी कौन है।

read more: दिल्ली में सरकारी कर्मियों, शिक्षकों और बस चालकों को अनिवार्य रूप से टीका लगाया जाए : विशेषज्ञ

पिछले कुछ सालों से राष्ट्रवाद को लेकर एक होड़ सी लगी है…कांग्रेस और भाजपा के बीच अक्सर नकली-असली राष्ट्रवाद को लेकर बहस छिड़ती रही है…देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर भाजपा इस साल मार्च से अमृत महोत्सव का आयोजन कर रही है….जिसके जरिए देश की आजादी के लिए बलिदान होने वाले देशभक्तों की गाथा…देश को याद दिलाई जा रही है…

वहीं AICC के निर्देश पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने भी आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर गांधी जयंती 2 अक्टूबर से…हीरक महोत्सव का आयोजन कर रही है…जिसके तहत साल भर के दौरान कांग्रेस देश की स्वतंत्रता और कांग्रेसीजनों के बलिदान को 75 कार्यक्रम आयोजित कर आमजन तक पहुंचाएगी…इन आयोजन के बारे में बताते हुए कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि देश को आजादी कांग्रेस की वजह से ही मिली…भाजपा देश की आजादी के बारे में जनता को गलत जानकारी देती है…।

कांग्रेस के आरोप पर पलटवार करते हुए भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेसियों में राष्ट्रीयता का भाव ही नहीं है…कांग्रेस की सोच गिरवी रखी हुई है…ये तो केवल भाजपा की नकल है…।

read more: भारतीय किसान संघ का मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में आंदोलन का ऐलान, कांग्रेस ने कहा अधूरी कर्जमाफी के लिए उठाएं आवाज
कुल मिलाकर अब आजादी के 75वें वर्ष में देश में राष्ट्रियता से आयोजनों की श्रृंखला में कांग्रेस और भाजपा दोनों पूरे वर्ष स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संघर्ष और दौर को अपने-अपने तरीके से जनता तक पहुंचाएगी…सबसे अहम सवाल ये कि इनमें से किस पक्ष के आयोजनों से आमजनता खुद को जोड़ पाएगी…जनता की नजर में किनका राष्ट्रवाद सच्चा है खरा है…।