ऑपरेशन राहुल पूराः 104 घंटे की कड़ी मशक्कत, नहीं डिगा रेस्क्यू टीम का हौसला, 10 साल के मासूम राहुल को सुरक्षित निकाला बाहर

ऑपरेशन राहुल पूराः 104 घंटे की कड़ी मशक्कत, नहीं डिगा रेस्क्यू टीम का हौसलाः Operation Rahul Chhattisgarh: Country's largest borewell rescue operation completed

ऑपरेशन राहुल पूराः 104 घंटे की कड़ी मशक्कत, नहीं डिगा रेस्क्यू टीम का हौसला, 10 साल के मासूम राहुल को सुरक्षित निकाला बाहर
Modified Date: November 29, 2022 / 08:39 pm IST
Published Date: June 15, 2022 12:27 am IST

जांजगीर-चांपा: Operation Rahul Chhattisgarh Updates छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे में फंसे हुए राहुल को करीब पांच दिन मतलब पूरे 104 घंटे बाद बोरवेल के गड्ढे से बाहर निकाल लिया गया। 104 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी रेस्क्यू टीम का हौसला नहीं डिगा और दिन रात एक कर करके मेहनत करते रहे। अब उन्हें सुरक्षित बाहर निकालकर बिलासपुर स्थित अपोलो अस्पताल रवाना किया गया है।

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Operation Rahul Chhattisgarh Updates इन पांच दिनों में राहुल की सतत निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जा रही थी। उसे भोजन-पानी दिया जा रहा था। उसका हौसला बनाए रखने के लिए लगातार उससे बात की जा रही थी। पांच दिन तक 60 फीट नीचे दबे रहने के कारण और गड्ढे में पानी भरे होने के कारण उसकी हालत गंभीर है। इससे पहले सेना के जवानों ने पूरे रेस्क्यू की कमान अपने हाथ में ले ली थी। जवान ही टनल के जरिए पहले बोरवेल के गड्ढे तक और फिर राहुल तक पहुंचे। राहुल के अंदर होने के कारण रास्ते की चट्टानों को ड्रिलिंग मशीन से ना काटकर हाथों से तोड़ा गया, फिर अंदर की मिट्टी हटाई गई।

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सेना की ओर से बताया गया है कि NDRF जवानों को आराम देने के लिए जवानों ने कमान संभाली थी। यह एक ज्वाइंट ऑपरेशन है और इसमें ऐसा ही किया जाता है। सवाल यहां बच्चे की जिंदगी का था, ऐसे में चट्‌टान तोड़ने के लिए सख्त रुख नहीं अपना सकते थे। राहुल की लोकेशन का अंदाजा लगाकर अब चट्टान तोड़ने के बाद सेना के जवान हाथों से मिट्टी निकाल रहे थे और कोहनी के सहारे आगे बढ़ रहे थे। धीरे-धीरे मिट्टी हटाते-हटाते आखिरकार वह क्षण आ ही गया जब बनाई गयी टनल बोरवेल से मिल गई। वहां पहली बार अंदर चट्टान के हिस्से पर सोए राहुल की पहली झलक सेना के जवानों को मिली। वहां से बाहर जानकारी दी गई और बाहर जमा भीड़ भारतमाता की जय के नारे लगाने लगी।

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सीएम भूपेश ने किया ट्वीट


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।