Chhattisgarh: Rescue team pulled out Rahul trapped in borebell

Rahul Rescue Update: आखिरकार राहुल ने जीत ली जिंदगी की जंग, चट्टान जैसे इरादों से हार गई कठोर चट्टानें

जांजगीर के पिरहीद गांव में बोरबेल में फंसे राहुल को रेस्क्यू टीम ने आखिरकार बाहर निकाल लिया है। करीब 100 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है।

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:59 PM IST, Published Date : June 14, 2022/6:49 pm IST

rahul rescue update: जांजगीर। जांजगीर के पिरहीद गांव में बोरबेल में फंसे राहुल को रेस्क्यू टीम ने आखिरकार बाहर निकाल लिया गया है। करीब 100 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस भीषण गर्मी में राहुल साहू ने जिन इरादों का परिचय दिया वे इतिहास के लिए अनोखी कहानी बन जाएगी। जिंदगी की जंग लड़ रहे राहुल ने जब भी रेस्क्यू टीम का मनोबल कम हुआ तब तब राहुल ने रिस्पॉस देकर टीम को अहसास दिलाया कि वे अभी हारा नहीं है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

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आपरेशन के अंत में सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया था, एनडीआरएफ की टी बीते 100 घंटे की मशक्कत के बाद थक चुकी थी, जिसके बाद सेना को काम सौंप दिया था। इस बीच मौसम ने भी करवट बदला है, अगर यहां पानी बरसना शुरू होता है तो यह भी बचाव टीम के लिए एक बड़ी बाधा बन सकती थी।

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करीब 100 घंटे से जिंदगी की जंग

दस वर्षीय राहुल साहू करीब 100 घंटे से जिंदगी की जंग लड़ रहा था, जितनी यहां की चट्टानें मजबूत है उतना ही मजबूत राहुल के इरादे दिखाई दिए, बीते दिन की अपेक्षा वह आज कमजोर जरूर पड़ा था लेकिन उसने अभी तक हार नहीं मानी है। मजबूत चट्टानें रेस्क्यू की राह में बार बार रोड़ा बन रही थी। पूरी सिद्दत से चट्टानों को काटने का काम किया गया। चट्टानों को ड्रील मशीन से काटने का काम किया गया तो कभी छेनी हथोड़ा इस्तेमाल किया गया, लेकिन टीम ने कड़ी मेहनत करके आखिरकार राहुल को बचाने में सफल हुई।

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प्रदेश भर के लोगों की निगाहे राहुल के रेस्क्यू पर

बता दें कि राहुल साहू घर के पीछे अपने पिता के द्वारा खुदाए गए बोरवेल में खेलते समय गिर गया था। रोने की आवाज आने के बाद परिजनों को पता चला था कि बच्चा बोरबेल में गिर गया। उसके बाद से प्रशासन हरकत में आया राहत बचाव के लिए कई टीमें तैयार हुईं। राहुल को बचाने के लिए सीएम भूपेश बघेल ने भी लगातार मॉनीटरिंग की और बचाव टीम के साथ ही परिजनों को ढाहस बंधाया, मामला इतना बड़ा हो गया कि प्रदेश भर के लोगों की निगाहे राहुल के रेस्क्यू पर टिक गईं। लोग राहुल की सलामती की दुआ करने लगे और आखिरकार सबकी मेहनत और दुआएं रंग लायी और राहुल को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।

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