Cheating through fake app by modifying banking app
रायगढ़। पुलिस ने साइबर ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के चार आरोपियों को झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किया है। आरोपी बैंकिंग एप को मोडिफाई कर फर्जी एप के जरिए ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। आरोपियों ने शहर के कोतरारोड इलाके में ही एक शिक्षक से हाल ही में एक लाख की ठगी की थी। खास बात ये है कि आरोपियों ने अलग-अलग व्यक्तिय़ों को तकरीबन 965 काल्स किये हैं। ऐसे में आठ से दस लाख रुपए की ठगी की जानकारी सामने आ रही है। पुलिस अन्य नंबरों से भी कांटेक्ट कर ठगी की जानकारी जुटा रही है।
दरअसल शहर के कृष्णा विहार कालोनी में रहने वाले सहायक शिक्षक कुबेर नाथ मिश्रा के साथ कुछ दिन पहले 98180 रुपये की ठगी हुई थी। पीड़ित ने अपने बैंक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में रकम ट्रांसफर कर रहा था। इस दौरान तकरीबन 8 हजार रुपए होल्ड हो गए थे। पीड़ित ने जब इंटरनेट पर दिए गए कस्टमर केयर नंबर पर काल किया तो आरोपियों ने पीड़ित को धोखे में रखकर उसकी बैंक डिटेल हासिल कर ली और उसके अकाउंट से 98 हजार रुपए उडा लिये। पीड़ित ने मामले की शिकायत कोतरारोड थाने में की जिसके बाद मामले की जांच में जुटी पुलिस को घटना का लिंक झारखंड मिला।
पुलिस की टीम जांच के लिए झारखंड गई हुई थी। इस दौरान झारखंड के मोहनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मोरने में आरोपियों का लोकेशन मिला जिसके बाद पुलिस ने दबिश देकर 4 युवकों को को हिरासत में लिया। आरोपियों में अब्दुल वाहिद अंसारी, मजहर अंसारी और सफरउद्दीन अंसारी शामिल है। सभी आरोपी झारखंड के रहने वाले हैं और लंबे समय से सिंडीकेट बनाकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। आरोपी दूसरे व्यक्तियों के नाम पर मोबाइल सिम खरीदते थे और बैंकिंग एप के माडिफाई एप के जरिए लोगों को टारगेट करते थे। आरोपी क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लाइन बढ़ाने, ऑनलाइन बैंक लोन निकलवाने के नाम पर कॉल करते थे और फेक एप्लीकेशन लिंक के जरिए खातों से ठगी करते थे। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि पूछताछ में अन्य मामलो का खुलासा भी हो सकेगा। IBC24 से अविनाश पाठक की रिपोर्ट