CGPSC Recruitment Scam Update : CGPSC भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पांच आरोपियों को कोर्ट ने CBI रिमांड पर भेजा

CGPSC Recruitment scam update: छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) 2020-21 भर्ती घोटाले में बड़ा अपडेट सामने आया है। कोर्ट ने पांचों आरोपियों को 3 दिन की CBI रिमांड पर भेज दिया है।

CGPSC Recruitment Scam Update : CGPSC भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पांच आरोपियों को कोर्ट ने CBI रिमांड पर भेजा

CGPSC Recruitment scam update

Modified Date: September 19, 2025 / 07:54 pm IST
Published Date: September 19, 2025 7:52 pm IST
HIGHLIGHTS
  • कोर्ट ने पांचों आरोपियों को 3 दिन की CBI रिमांड पर भेज दिया
  • अधिकारियों पर बेटे और बहुओं को फर्जी तरीके से पद दिलाने का आरोप
  • आरोपियों में तत्कालीन सचिव और परीक्षा नियंत्रक भी शामिल

रायपुर: CGPSC Recruitment scam update, छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) 2020-21 भर्ती घोटाले में बड़ा अपडेट सामने आया है। कोर्ट ने पांचों आरोपियों को 3 दिन की CBI रिमांड पर भेज दिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में तत्कालीन सचिव और परीक्षा नियंत्रक भी शामिल हैं।

CBI ने इस मामले में कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें शामिल हैं, जीवन किशोर ध्रुव – तत्कालीन सचिव, CGPSC, आरती वासनिक – परीक्षा नियंत्रक, सुमित ध्रुव – डिप्टी कलेक्टर (चयनित), मिशा कोसले – डिप्टी कलेक्टर (चयनित), दीपा आदिल – जिला आबकारी अधिकारी, रायपुर।

इन पर आरोप है ​कि तत्कालीन CGPSC अधिकारियों पर अपने बेटे और बहुओं को फर्जी तरीके से पद दिलाने का गंभीर आरोप है। सुमित ध्रुव, तत्कालीन सचिव जीवन किशोर ध्रुव का रिश्तेदार है। मिशा कोसले और दीपा आदिल, CGPSC के तत्कालीन टामन सिंह की बहुएं हैं। CBI अब आरोपियों से पूछताछ कर भर्ती घोटाले की परतें खोलने में जुटी है। मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

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गुरूवार को सीबीआई ने लिया था हिरासत में

बता दें कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग(सीजीपीएसस) भर्ती परीक्षा घोटाले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो(सीबीआई) की टीम ने गुरूवार को सीजीपीएससी की पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक समेत पांच लोगों को हिरासत में लिया था। आरती वासनिक के साथ ही डिप्टी कलेक्टर के रुप में चयनित सुमित ध्रुव समेत तीन अन्य से सीबीआई की टीम ने लंबी पूछताछ की। इसके बाद हिरासत में ले लिया। सुमित सीजीपीएससी के पूर्व सचिव का पुत्र बताए जा रहे हैं। इससे पहले भी दिसंबर 2024 को सीबीआई ने आरती वासनिक से पूछताछ की थी।

पिछले वर्ष जुलाई में सीबीआई ने 2020-2022 परीक्षा के दौरान सीजीपीएससी के माध्यम से डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी और अन्य सीनियर सरकारी पदों के लिए चयन में पक्षपात के आरोप में छत्तीसगढ़ में दर्ज दो मामलों की जांच अपने हाथ में लिया था। इस मामले में आधा दर्ज से अधिक आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इनमें सीजीपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, उनके भतीजे नितेश सोनवानी और साहिल सोनवानी, तत्कालीन उप नियंत्रक परीक्षा (सीजीपीएससी) ललित गणवीर कई के नाम शामिल थे।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com