छत्तीसगढ़ के इन कर्मचारियों के नियमितीकरण की मांग होगी पूरी! राजधानी के लिए किया पैदल मार्च
Regularization of Employees of Chhattisgarh: बस्तर क्षेत्र के सहायक आयुक्त और कलेक्टर ने दो माह में निमितीकरण मांग को पूरा करने का अश्वासन दिया था लेकिन आज दो माह बीत जाने के बाद भी मांग पूरा नहीं किया गया। जिसके बाद संगठन ने विधानसभा घेराव करने की योजना बनाई।
- नियमितीकरण की माँग को लेकर विधानसभा घेराव करने बस्तर से रायपुर कूच
- दस साल सेवा देने के बाद आधे कर्मचारियों का नियमितीकरण
- छात्रावास और आश्रम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की हुई थी भर्ती
धमतरी: Regularization of Employees of Chhattisgarh, एक सूत्रीय माँग को लेकर आश्रम छात्रावास चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संगठन के सैकड़ों सदस्यों ने राजधानी रायपुर के लिए पैदल मार्च किया है। इसी क्रम में आज वे धमतरी पहुंचे। संगठन नियमितीकरण की माँग को लेकर विधानसभा घेराव करने बस्तर से रायपुर कूच कर रहे हैं। जहां वे अपनी मांग रखेंगे। सवाल उठ रहा है कि क्या इन कर्मचारियों की मांग सरकार पूरी करेंगी।
छात्रावास और आश्रम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती
आपको बता दें कि बस्तर से करीब 250 किलोमीटर की पदयात्रा कर धमतरी पहुंचने के बाद प्रेस वार्ता करते हुए इन कर्मचारियों ने अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि बस्तर में विशेष पैकेज के तहत दस साल पहले छात्रावास और आश्रम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती किया गया था। दस साल सेवा देने के बाद आधे कर्मचारियों को नियमितीकरण किया गया है।
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107 कर्मचारियों को किया गया नियमितीकरण से वंचित
Regularization of Employees of Chhattisgarh, वहीं 107 कर्मचारियों को नियमितीकरण से वंचित किया गया है। जिसके विरोध में संगठन ने विरोध प्रदर्शन किया था, लेकिन बस्तर क्षेत्र के सहायक आयुक्त और कलेक्टर ने दो माह में निमितीकरण मांग को पूरा करने का अश्वासन दिया था लेकिन आज दो माह बीत जाने के बाद भी मांग पूरा नहीं किया गया। जिसके बाद संगठन ने विधानसभा घेराव करने की योजना बनाई।
वेतन नहीं मिलने से परेशानी
इसी के तहत पैदल मार्च करते हुए रायपुर विधानसभा घेराव करने का निर्णय लिया गया। और विरोध में बस्तर क्षेत्र के 107 आदिवासी कर्मचारियों करीब 250 किमी पैदल चलकर धमतरी पहुंचे और रायपुर के लिए रवाना हुए हैं। दस साल सेवा देने के बाद विभाग उनके साथ माँ और मौसी जैसा बर्ताव कर रहा है। जबकि ये आज भी लगातार सेवा दे रहे हैं लेकिन अभी तक नियमितीकरण नहीं होने से वेतन नहीं दिया जा रहा है। वेतन नहीं मिलने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
आश्रम छात्रावास चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संगठन ने सरकार को तत्काल संज्ञान लेकर एक सूत्रीय माँग पर विचार कर तत्काल तत्काल प्रभाव से नियमित करने की माँग की है। बहरहाल देखना होगा कि सरकार इन कर्मचारियों को लेकर क्या कदम उठाती है।

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