CG Ki Baat: विवाद, FIR, अब गवाही.. वायरल वीडियो का सच क्या? पुराने वीडियो को कांग्रेस ने चुनाव के ऐन वक्त पहले क्यों किया वायरल?
CG Ki Baat: विवाद, FIR, अब गवाही.. वायरल वीडियो का सच क्या? पुराने वीडियो को कांग्रेस ने चुनाव के ऐन वक्त पहले क्यों किया वायरल?
Raipur Sunil Soni Viral Video
CG Ki Baat: रायपुर। रायपुर दक्षिण सीट पर हो रहे उप-चुनाव में, कांग्रेस-बीजेपी दोनों पक्षों के उम्मीदवार प्रचार में जुटे हैं। इसी बीच इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी और सीनियर बीजेपी नेता सुनील सोनी के वायरल वीडियो पर विवाद उठा। हर दिन नए-नए मोड़ ले रहा हैं। पहले बीजेपी ने इसे फेक बताते हुए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई तो अब कांग्रेस ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस कर उस शख्स को सामने खड़ा कर दिया, जो वीडियो में सुनील सोनी के साथ नजर आ रहे हैं। उन्होंने ये मान लिया कि वीडियो सही है, उससे कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है। दोनों पक्षों का एक-दूसरे पर आरोप है कि, ये सब चुनाव हार जाने का डर है। सवाल है क्या वाकई इस पूरी बहस से जनता के असल सरोकार जुड़े हैं।
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सोशल मीडिया पर बीते 2 दिनों से इस वायरल वीडियो पर सियासी बवाल की स्थिति है। रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार सुनील सोनी का एक वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हुआ, जिसमें वो एक शख्स से गले लगते, उसे चूमते नजर आए। वीडियो को बीजेपी और सुनील सोनी ने फेक बताया, थाने में इसकी शिकायत की। मंगलवार को कांग्रेस पार्टी ने वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स के साथ प्रेस-कॉन्फ्रेंस कर वीडियो को सही बताया।
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वीडियो में दिखने वाले शख्स का नाम है मोहम्मद शोएब है जो कोई मौलाना नहीं बल्कि राजधानी में एक टेलर शॉप के संचालक हैं। शोएब ने मीडिया को बताया कि 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान उनकी सुनील सोनी से उनकी मुलाकात हुई, उस दौरान सुनील सोनी ने उन्हें माला पहनायी, गले लगाया और माथा चूमा। मो शोएब का दावा है कि वीडियो फेक नहीं है, जैसा बीजेपी का आरोप है, वो प्रचारित बातों से आहत हैं। दूसरी तरफ, वायरल वीडियो मामले में कांग्रेस मीडिया प्रमुख पर दर्ज हुई FIR पर पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे ने तंज कसते हुए कहा कि, चुनाव में डरकर बीजेपी ने FIR कराई है। जबकि FIR तो कर्मचारी प्रदीप उपाध्याय की सुसाइडल मौत पर होनी चाहिए।
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कांग्रेस के आरोप पर भाजपा विधायक पुरंदर मिश्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि, हार का डर तो कांग्रेस को है। इसलिए वो ऐसे सियासी हथकंडे अपना रही है। कर्मचारी प्रदीप उपाध्याय की मौत मामले में मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि किसी भी अपराधी का किसी जाति, धर्म, पंथ से कोई लेना देना नहीं होता। कुल मिलाकर BJP प्रत्याशी सुनील सोनी से जुड़े वायरल वीडियो को लेकर आरोप, सफाई और गवाही के बाद भी ये सिलसिला जल्द थमता नजर नहीं आ रहा है। सवाल ये है कि क्या इस वीडियो से किसी को सियासी नफा या नुक्सान हो सकता है, क्या इस वीडियो से चुनावी महौल या नतीजे प्रभावित हो सकता है?

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