अंबिकापुर। Suspicion on recruitment in medical college अम्बिकापुर मेडिकल कालेज अस्पताल में लैब टेक्नीशियन, मेडिकल स्टाफ, क्लर्क समेत कई अलग विधाओं पर भर्ती के लिए 400 से ज्यादा पद निकाले गए थे। जिसके लिए संभागभर से करीब 50 हजार से ज्यादा आवेदन पत्र आये थे, मगर आरक्षण के कारण इस भर्ती पर रोक लग गई थी और भर्ती प्रक्रिया रुक गई थी। आरक्षण पर लगा स्टे हटा दिया गया है और अलग अलग विभागों में भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है मगर मेडिकल कालेज प्रबंधन अब भी भर्ती प्रकिया पूरी कर पायेगा इस पर संसय है।
Suspicion on recruitment in medical college इसका बड़ा कारण है कि सरगुज़ा जिले में विशेष भर्ती अभियान के तहत निकाले गए पदों पर सिर्फ सरगुज़ा संभाग के अभ्यार्थि ही हिस्सा ले सकते थे मगर कोर्ट ने इस पर आपत्ति दर्ज करते हुए प्रदेश भर के लोगो को पात्र बताते हुए भर्ती में भाग लेने के निर्देश दिए थे। ऐसे में अब मेडिकल कालेज के सामने असमंजश है कि भर्ती संभाग स्तर पर होगी या प्रदेश स्तर पर ऐसे में मेडिकल कालेज इसके लिए मार्गदर्शन की प्रतीक्षा कर रहा है।
आरक्षण के मामले की स्थिति साफ हो जाने के बाद भी भर्ती को लेकर संभाग या राज्य स्तर की पात्रता को लेकर स्वास्थ मंत्री ने भी कानूनी जानकारी के बाद ही भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की बात कही है, लेकिन स्वास्थ मंत्री ने साफ कर दिया है कि संभाग स्तर पर भर्ती होती है तो कोई समस्या नहीं होगी। मगर यदि भर्ती राज्य स्तर पर की जाती है तो इसमें एक नियम बनाया जाएगा कि जिस अभ्यर्थी की भर्ती जिस संभाग में होगी।
उसे वही सेवा देनी होगी यानी अभ्यर्थी सेवा में आने के बाद अपना स्थानांतरण अन्य संभाग में नही करा सकता। टीएस सिंह देव स्वास्थ मंत्री बहरहाल लंबे समय बाद सरगुज़ा जैसे पिछड़े जिले में भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई थी। जिसपर पहले आरक्षण ने ब्रेक लगा दिया था और अब संभाग या राज्य स्तर के पेंच ने भर्ती को रोक दिया है ऐसे में देखना है कि इसे लेकर क्या फैसला होता है ताकि जो अभियर्थी नौकरी की आस लगाए बैठे है उनकी उम्मीद पूरी हो सके।