रायपुरः लाख कोशिशों के बाद भी बस्तर जिले में पांचवी अनुसूची के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। यही वजह की यहां के रहने वाले आदिवासियों की नाराजगी बार बार सामने आती है। इसी बीच एक बार फिर बस्तर जिले के करीब 300 आदिवासी पैदल चलकर आज राजधानी पहुंचे। ये आदिवासी आदिवासी रैली की शक्ल में राजभवन पहुंचे।
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दरअसल, राज्य सरकार ने साल 2008 में ग्राम पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा दिया था। इसके बाद से यहां के रहने वाले आदिवासी नाराज है। लगातार इस आदेश को वापस लेने की मांग राज्य सरकार से कर रहे है। यहां के रहने वाले लोगों का आरोप है कि यहां लागू पांचवी अनुसूची का पालन नहीं किया जा रहा है। आदिवासियों की मांग है कि राज्य सरकार इस आदेश को वापस लें।
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इसी मांग को लेकर ये आदिवासी बस्तर से पैदल चलकर राजधानी स्थित राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से मुलाकात कर अपनी मांग रखेंगे। बता दें कि राजधानी रायपुर से बस्तर की दूरी करीब 300 किमी के आसपास है।