NMDC बचेली के खिलाफ फिर आदिवासियों ने खोला मोर्चा, उत्पादन बंद होने से करोड़ों का नुकसान, रखी ये मांगे

NMDC बचेली के खिलाफ फिर आदिवासियों ने खोला मोर्चा, उत्पादन बंद होने से करोड़ों का नुकसान, रखी ये मांगे

NMDC बचेली के खिलाफ फिर आदिवासियों ने खोला मोर्चा, उत्पादन बंद होने से करोड़ों का नुकसान, रखी ये मांगे
Modified Date: November 29, 2022 / 08:25 pm IST
Published Date: September 8, 2022 2:50 pm IST

Tribals against NMDC Bacheli: दंतेवाड़ा। एनएमडीसी बचेली के खिलाफ आदिवासी युवाओं ने मोर्चा खोल दिया है। एनएमडीसी चेक पोस्ट पर धरना प्रदर्शन जारी है, जिसके कारण एनएमडीसी का उत्पादन बंद हो गया है, और कंपनी को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। इन आदिवासी युवकों ने लेबर सप्लाई में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता देने की मांग कर रहे हैं। लाल पानी से प्रभावित 12 गांव के 120 युवाओं को ठेका और श्रमिक के रूप में रोजगार देने की मांग कर रहे हैं।

read more: पत्नी बिस्तर पर करेगी खूब प्यार, जीवन भर नहीं करेगी झगड़ा, पति अपनाए बस ये चार आसान तरीके

बता दें कि इसके पहले भी बीते जून महीने में आदिवासी महासभा के बैनर तले 58 गांव के ग्रामीण एनडीएमसी के खिलाफ मोर्चा खोला था, आदिवासी महासभा ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर एनएमडीसी के खिलाफ प्रदर्शन किया। पानी, सड़क, बिजली जैसी मूलभूत समस्याओं का निराकरण करने और स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की मांग की।

 ⁠

read more: कॉल गर्ल के पास मिला SP का मोबाइल! बवाल होने के बाद DIG ने मांगी जांच रिपोर्ट

Tribals against NMDC Bacheli: आदिवासी युवकों को कहना है कि एनएमडीसी किरंदुल-बचेली में पहाड़ों को खोदकर रोजाना करोड़ों रुपए का कच्चा लोहा निकाला जा रहा है, लेकिन, पहाड़ के नीचे बसे गांवों में विकास नहीं कर रही है। इसी के विरोध में सैकड़ों आदिवासियों ने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन के किया, आदिवासी महासभा के अनुसार ’बैलाडीला की पहाड़ी के नीचे बसे 58 गांवों के ग्रामीण मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। एनएमडीसी के अस्पताल जाते हैं तो डॉक्टर इलाज करने की बजाय रेफर कर देते हैं। आदिवासियों के साथ भेदभाव किया जाता है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com