शह मात The Big Debate: ED का अटैक…राजीव भवन अटैच, सुकमा के राजीव भवन को सीज करने की जरूरत क्यों पड़ी? देखिए पूरी रिपोर्ट
शह मात The Big Debate: ED का अटैक...राजीव भवन अटैच, सुकमा के राजीव भवन को सीज करने की जरूरत क्यों पड़ी? देखिए पूरी रिपोर्ट
ED action in CG | Photo Credit: IBC24
- 2,000 करोड़ के शराब घोटाले में ED की बड़ी कार्रवाई
- सुकमा का कांग्रेस दफ्तर "राजीव भवन" ED द्वारा अटैच
- कांग्रेस ने BJP पर राजनीतिक लाभ के लिए ED के दुरुपयोग का आरोप लगाया
रायपुर: ED action in CG छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में ED ने आज बड़ी कार्रवाई की है। कवासी लखमा और उनके बेटे की करोड़ों की संपत्ति समेत सुकमा का कांग्रेस कार्यालय सीज कर दिया। देश के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार हुआ जब ED ने किसी घोटाले के चलते कांग्रेस पार्टी के दफ्तर को ही सीज कर दिया हो। ED की कार्रवाई पर कांग्रेस शुरू से ही सवाल उठाती आई है। बीजेपी पर इसके सियासी फायदे के लिए इस्तेमाल का आरोप लगाती रही है। ऐसे में ED के ताजा एक्शन ने छत्तीसगढ़ में बड़े सियासी घमासान की बुनियाद रख दी है।
ED action in CG छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में ED का शिकंजा कसता जा रहा है। तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा इसे लेकर पहले से जेल में है। अब ED ने दोनों के घर और बंगले समेत करोड़ों की संपत्ति भी अटैच कर दी है। लेकिन ED की कार्रवाई यहीं तक सीमित नहीं है। बल्कि ED ने सुकमा स्थित राजीव भवन को भी अटैच कर दिया है। ED का आरोप है कि 2 हजार करोड़ के आबकारी घोटाले की रकम से सुकमा के कांग्रेस कार्यालय का निर्माण कराया गया। ED के इस एक्शन से सकते में आई कांग्रेस ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। सियासी फायदे के लिए ED के दुरुपयोग का आरोप लगाया ।
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला साल 2019 से 2022 के बीच तब हुआ जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। कवासी लखमा आबकारी मंत्री थे और लखमा को इसका मुख्य सिंडिकेट माना जाता है। ऐसे में राजीव भवन अटैच किए जाने से कांग्रेस और बीजेपी में ED को लेकर सियासी जंग फिर छिड़ती दिख रहा है। क्योंंकि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब ED ने कांग्रेस के किसी कार्यालय को अटैच किया है।

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