रायपुर: Biranpur Case बीते कांग्रेस शासनकाल में हुए बिरनपुर कांड और साधराम हत्या केस की गूंज एक बार फिर छत्तीसगढ़ विधानसभा में सुनाई पड़ी है। बिरनपुर केस में बीजेपी सरकार ने अपने वादे के मुताबिक जांच CBI को सौंपने का ऐलान कर दिया है। ये भी अजब ऐतिहासिक संयोग दिखा जब सदन में मृतक के पिता ने मौजूदा सत्तापक्ष के विधायक के तौर पर अपनी ही सरकार से कार्रवाई पर सवाल उठाया, वादा याद दिलाया। विपक्ष CBI जांच के ऐलान पर उल्टे सत्तापक्ष को ही आड़े हाथ ले रही है। कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव से पहले आखिर बिरनपुर पर इतनी बहस क्यों, क्या ये मुद्दा अब भी सियासी तौर पर किसी पक्ष को नुक्सान पहुंचा सकता है?
Biranpur Case छत्तीसगढ़ सरकार ने विधानसभा बिरनपुर हिंसा मामले की CBI जांच की घोषणा कर दी है। बिरनपुर हिंसा मामले में मृतक भुनेश्वर साहू के पिता और बीजेपी विधायक ईश्वर साहू ने ध्यानाकर्षण के जरिए बुधवार को सदन में पूछा, कि घटना के बाद CBI जांच करना की बात कही गई थी। उसका क्या हुआ, साहू ने कहा कि 36 आरोपियों के नाम थे, जिसमें से केवल 12 गिरफ्तार हुए। साथ ही ईश्वर साहू ने पूछा कि आरोपी अंजोर यदू जिसकी वजह से माहौल बिगड़ा, उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई ? साहू ने पूछा कि गांव के विशेष समुदाय के लोगों से हथियार जब्त क्यों नहीं किये गए?
इस पर डिप्टी CM विजय शर्मा ने बताया कि,बिरनपुर कांड में SIT जांच जारी है, मामले में 173 CRPC के तहत केस दर्ज हुआ, FIR में 40 लोगों के नाम है, 12 लोग पर नामजद केस दर्ज किया गया है। कुछ में चालान भी पेश हो चुका है। बिरनपुर मामले की CBI जांच की घोषणा के बाद पिता और विधायक ईश्वर साहू बेहद भावुक नजर आए। इसके अलावा सदन में बुधवार को कवर्धा के साधराम यादव की हत्या का मुद्दा भी गूंजा। भाजपा विधायक गजेंद्र यादव के सवाल पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने बताया कि मामले में UAPA के तहत कार्रवाई की जा रही है।
इधर, कांग्रेस ने सरकार के CBI जांच के ऐलान पर चुटकी लेते हुए कहा कि ये अजब सरकार है जहां, सत्ता पक्ष के विधायकों और तो और गृहमंत्री तक को अपने राज्य की पुलिस पर भरोसा नहीं है।
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सदन में ये शायद देश का पहला मामला होगा जहां, छत्तीसगढ़ विधानसभा में किसी हत्याकांड में मृतक के पिता ने विधायक के तौर पर अपनी ही सरकार से न्याय मांगा हो, वादा याद दिलाया हो, कार्रवाई का ब्यौरा मांगा हो। सवाल ये है कि पिछली कांग्रेस सरकार के समय हुए बिरनपुर और कवर्धा के साधराम यादव हत्या केस में, बीजेपी सरकार का मौजूदा रूख क्या कांग्रेस के लिए मुसीबत बढ़ा सकता है? कांग्रेस ने अपनी पुलिस पर भरोसे का सवाल उठाया है वो कितना जायज है?