भूपेश ने श्रीगुरू तेग बहादुर सिख म्यूजियम का किया उद्घाटन, मिलेगी सिखों के गौरवशाली और प्रेरणादायक इतिहास की जानकारी

भूपेश ने श्रीगुरू तेग बहादुर सिख म्यूजियम का किया उद्घाटन, मिलेगी सिखों के गौरवशाली और प्रेरणादायक इतिहास की जानकारी

  •  
  • Publish Date - June 7, 2019 / 10:07 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:43 PM IST

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सिक्खों के पांचवें गुरू अर्जुन देवजी के शहादत दिवस के अवसर पर शुक्रवार को राजधानी रायपुर के श्याम नगर स्थित गुरूद्वारा गुरूनानक नगर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने गुरूद्वारा परिसर में निर्मित ’श्रीगुरू तेग बहादुर सिख म्यूजियम’ का उद्घाटन किया।उन्होंने गुरू अर्जुन देव की शहादत को श्रद्धापूर्वक याद करते हुए उन्हें नमन किया और गुरू ग्रंथ साहिब के समक्ष मत्था टेका।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरू अर्जुन देव ने अपनी शहादत से त्याग और बलिदान का रास्ता दिखाया। उनका यह बलिदान हमें युगों-युगों तक प्रेरणा देता रहेगा। वहीं म्यूजियम का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि यह म्यूजियम आने वाली पीढ़ियों को अपने गौरवशाली और प्रेरणादायक इतिहास से परिचित कराएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय दिलीप सिंह चावला और स्वर्गीय अजिंदर सिंह चावला का सपना सिखों के इतिहास पर रायपुर में ’श्रीगुरू तेग बहादुर सिख म्युजियम’ की स्थापना करने का था। उनका यह सपना आज साकार हो रहा है।

सीएम भूपेश ने कहा कि चावला परिवार की मंजित कौर चावला और उनके परिवारजनों ने म्यूजियम की स्थापना करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके प्रयासों से राजधानी में एक दर्शनीय स्थल निर्मित हुआ है। उन्होंने कहा कि सिख समाज एक जिन्दादिल कौम है। मैं जब भी इनके बीच आता हूं, मुझे नई ऊर्जा मिलती है। बता दें कि सिख म्यूजियम में सिखों के गुरूओं के चित्रों के साथ उनका इतिहास प्रदर्शित किया गया है। अमृतसर के स्वर्ण मंदिर की सुंदर प्रतिकृति और सिखों के तीर्थस्थलों की जानकारी भी सुरूचिपूर्ण ढ़ंग से म्युजियम में प्रदर्शित की गई है।

यह भी पढ़ें :  मेडिकल यूनिवर्सिटी ने रद्द किया 24 MDS स्टूडेंट्स का दाखिला, बिना NEET परीक्षा दिए लिए थे एडमिशन 

म्युजियम में सिखों के इतिहास से संबंधित पुस्तकों की एक लाइब्रेरी भी बनाई गई है। इस अवसर पर अमृतसर से आये ज्ञानी सुखजिंदर सिंह और गुरूद्वारा गुरूनानक नगर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह चंडोक सहित समिति के अनेक पदाधिकारी और समाज के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।