सीएम भूपेश बघेल ने किया सेठी कुमार के परिजनों को 4 लाख देने का ऐलान, पुलवामा में आतंकियों ने उतारा था मौत के घाट

सीएम भूपेश बघेल ने किया सेठी कुमार के परिजनों को 4 लाख देने का ऐलान, पुलवामा में आतंकियों ने उतारा था मौत के घाट

  •  
  • Publish Date - October 16, 2019 / 01:48 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:00 PM IST

रायपुर: पुलवामा में आतंकियों के हाथों मारे गए मजदूर सेठी कुमार सागर के परिजनों को सीएम भूपेश बघेल ने आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। सीएम भूपेश बघेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों के हाथों मारे गए जदूर सेठी कुमार सागर के परिवार को 4 लाख रुपए की सहायता राशि सरकार की ओर से दी जाएगी।

Read More: खाद्य विभाग की टीम का होटल जम जम में छापा, बिरयानी में मिलाया जा रहा था…

गौरतलब है कि पुलवामा में बुधवार को आतंकियों ने एक छत्तीसगढ़ के मजदूर की हत्या कर दी। आतंकियों ने इस वारदात को पुलवामा के काकपोरा में अंजाम दिया है। फिलहाल पुलिस और सुरक्षाबलों की टीमों ने पूरे इलाके को घेर लिया है। आतंकियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। मारे गए मजदूर का नाम सेथी कुमार सागर बताया जा रहा है। सेथी कुमार नेहमा में ईट के भट्टे में मजदूरी करता था।

Read More: भाजपा सांसद का दावा, 6 दिसंबर से राममंदिर का शुरू होगा निर्माण, फैसले के पहले ही मुस्लिम भाइयों का व्यक्त किया आभार

बता दें कि इससे पहले सोमवार को शोपियां में आतंकियों ने एक ट्रक ड्राइवर की हत्या कर दी थी। इस मामले में 15 अक्टूबर को पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लिया है। 14 अक्टूबर को रात 8 बजे शोपियां जिले के श्रीमल में एक ट्रक ड्राइवर को आतंकियों को ने गोली मार दी थी। मारा गए ड्राइवर का नाम शरीफ खान बताया गया है और वह राजस्थान के भरतपुर जिले का रहने वाला था। कश्मीर में वह सेब को लोड करने के लिए आया था। ऐसा बताया जा रहा है कि इस हत्या को अंजाम देने वाले 2 आतंकियों में से एक पाकिस्तानी है।

Read More: रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ाया जनपद सीईओ, सीसी रोड पास करवाने के नाम पर मांगे से पैसे

वहीं इस मामले में शरीफ खान का शव बुधवार सुबह मेवात में उसके पैतृक गांव उभाका पहुंचने से पहले ही ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर रास्ता रोक दिया। शरीफ के परिजनों के साथ ग्रामीणों ने प्रशासन के सामने 5 मांगें रखी हैं। साथ ही तिलकपुर में ही एंबुलेंस रोकते हुए शव लेने से इनकार कर दिया। आश्रित को सरकारी नौकरी, 50 लाख के मुआवजे के साथ मृतक शरीफ को शहीद का दर्जा देने की मांग की गई है। फिलहाल शव का अंतिम संस्कार नहीं हुआ है और परिजन अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं।

Read More: विश्व खाद्य दिवस पर अमरजीत भगत ने गिनाई भूपेश सरकार की 11 महीने की उपलब्धि