मनरेगा की मजदूरी ले रहीं दीपिका पादुकोण ! बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा | Deepika Padukone taking MGNREGA wages! Big fake disclosure

मनरेगा की मजदूरी ले रहीं दीपिका पादुकोण ! बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा

मनरेगा की मजदूरी ले रहीं दीपिका पादुकोण ! बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:51 PM IST, Published Date : October 16, 2020/4:05 am IST

खरगोना। बॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री दीपिका पादुकोण सहित अन्य फिल्मी अभिनेत्रियां महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना याने की मनरेगा में मजदूरी कर हजारों रु कमा रही है। वह भी निस्तार तालाब सहित अन्य मजदूरी के कामों में। जी हां आप चौंकिये मत यह सब कारनामा मध्यप्रदेश के खरगोन जिले की आदिवासी बहुल जनपद पंचायत झिरन्या की ग्राम पंचायत पिपरखेड़ नाका में देखने को मिल रहा है। जहां प्रसिद्ध फिल्मी अभिनेत्री दीपिका पादुकोण सहित अन्य जानी मानी एक्ट्रेस की फोटो मनरेगा के फर्जी जॉबकार्ड पर चस्पा कर हजारों रु की मजदूरी का भुगतान किया गया है।

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इस बात का खुलासा मनरेगा के पोर्टल से हुआ है। पोर्टल में पिपरखेड़ के एक दो नहीं बल्कि एक दर्जन से अधिक ग्रामीण मजदूरों के नाम से फर्जी जॉब कार्ड पोर्टल पर बनाकर इन जाब कार्डो पर दीपिका पादुकोण सहित अन्य फिल्मी हीरोइन की फ़ोटो लगाकर मनरेगा का भुगतान लिया जा रहा है। इस कारनामे का आरोप  पिपरखेड़ के ग्राम पंचायत सचिव और रोजगार सहायक पर लगाया गया है। वहीं जब इस संबंध में ग्रामीण मजदूरों को को पता चला तो वे भी हक्के-बक्के रह गए। वही मीडिया द्वारा मामला संज्ञान में लाने के बाद अब जिला पंचायत सीईओ गौरव बेनल द्वारा एक सप्ताह में जांच और दोषियों पर कार्रवाई की बात कही जा रही है।

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खरगोन जिले में मजदूर परिवारों के हाथों को काम देने वाली महती मनरेगा योजना में जमकर फर्जीवाड़ा हो रहा है। मजे की बात यह है कि जॉब कार्डो पर एक्ट्रेस  का फोटो अंकित कर पंचायतों के सरकारी मुलाज़िम और अधिकारी मिलकर बड़ी राशि का बंदरबांट कर मजदूरों का हक़ मार रहे हैं। खरगोन जिले में मजदूरों को रोजगार देने वाली केंद्र शासन की महत्वपूर्ण योजना मनरेगा में मजदूरों के नाम पर भ्रष्टाचार कर राशि का बंदरबांट किया जा रहा है। आदिवासी बहुल पिपरखेड़ गांव मे असली जॉबकार्ड मजदूरों के घर पर कोरे पड़े हैं, वही पंचायत सचिव और रोजगार सहायक रूमसिंह जमरे द्वारा पोर्टल पर फर्जी जाबकार्डों के जरिए बड़ी राशि का फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।

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गांव मे ऐसे भी कई लोग है जिनके पास 50 से 60 एकड़ कृषि भूमि के अलावा तीन- तीन ट्रेक्टर भी हैं, लेकिन आरोपित तौर पर पंचायत सचिव और रोजगार सहायक द्वारा ऐसे लोगों के नाम से भी फिल्मी हीरोइन के फर्जी जॉबकार्ड तैयार कर हजारों रु निकाल लिए गए हैं। वही कुछ ऐसे गरीब मजदूर भी है जो कोरोना काल में पैसे और दो जून की रोटी के लिए तरस गए, लेकिन उन्हें भी काम नही मिल पाया। ऐसे में उनके नाम से फर्जी जॉबकार्ड से निकाली गई राशि से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।