रायपुर: छत्तीसगढ़ के में चुनावी सरगर्मी के बीच एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। खबर है कि मंगलवार को आईईडी की चपेट में आने से दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी की मौत हो गई और सुरक्षा में तैनात 4 जवान की मौत हो गई। नक्सलियों ने बीजेपी विधायक भीमा मंडावी के काफिले की गाड़ी को निशाना बनाया था। यह आईईडी ब्लास्ट कुआकोंडा के श्यामगिरी के पास हुआ है। बताया जा रहा है कि जवान एक एंटी लैंडमाइन व्हीकल में सवार थे।
गौरतलब है कि बस्तर में नक्सली लगातार नेताओं को अपना निशाना बनाते आए हैं। पहले भी कई बार ऐसी घ्राटना सामने आई चुकी है। आईए बताते हैं नक्सली हमले में किन नेताओं की हुई मौत
झीरम घाटी कांड
5 मई 2013 को झीरम घाटी में नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमला कर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, वरिष्ठ नेता विद्या चरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा समेत सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों सहित 29 लोगों की हत्या कर दी थी। इस वारदात को अंजाम देने के साथ ही नक्सलियों ने मौके से हथियार लूट लिए थे। राज्य सरकार ने घटना की जांच एनआईए को सौंप दी थी।
तत्कालिक सांसद बलिराम के बेटे का उतारा मौत के घाट
मामला 26 मई 2009 का है। जब पूर्व मंत्री केदार कश्यप, तानसेन कश्यप और दिनेश कश्यप भानपुरी थाना क्षेत्र के बेडागुडा मंदिर में दर्शन कर लौट रहे थे। इसी दौरान नक्सलियों ने उन पर हमला कर दिया। हमले में सांसद बलिराम कश्यप के बड़े बेटे तानसेन कश्यप की मौत हो गई थी और उनके छोटे बेटे दिनेश कश्यप गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस हमले में बलिराम कश्यप की जान बाल-बाल बच गई, क्योंकि वे मंदिर दर्शन कर अपने काफिले के साथ रायपुर के लिए निकल जाएंगे।
गौरतलब है कि नक्सली लगातार पिछले लंबे समय से बस्तर में उत्पात मचा रहे हैं। वे कई बार उन्होंने जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्य और कई स्थानीय नेताओं को शिकार बना चुके हैं।