लोकसभा चुनाव 2019: बागी नेता बीजेपी के लिए मुसीबत तो नहीं!

लोकसभा चुनाव 2019: बागी नेता बीजेपी के लिए मुसीबत तो नहीं!

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  • Publish Date - April 17, 2019 / 08:57 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:31 PM IST

भोपाल। इन दिनों गर्मी का मौसम है, तो गर्मी पड़ना लाजमी है। लेकिन खास बात ये है कि इन दिनों देशभर में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासत की गर्मी अपने चरम पर है। लोकतत्र का उत्सव चल रहा है,ऐसे में राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, और इस चुनावी घमासान में बागी नेताओं का अपना अलग की रौब देखने को मिलता है। कुछ ऐसा ही सिलसिला मध्यप्रदेश में बीजेपी के बागी नेताओं में जारी है।

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दरअसल मध्यप्रदेश में बागी लगातार बीजेपी को परेशान किए हुए हैं। प्रत्याशियों के नाम के ऐलान के साथ ही बगावत का दौर शुरू हो गया है। बीजेपी कांग्रेस दोनों ही पार्टी में बागियों से मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है।अब भितरघात से बचने के लिए एमपी बीजेपी ने एक नई कमेटी बनाई है। और इन्हें मनाने का जिम्मा सूबे के पूर्व मुखिया शिवराज सिंह चौहान को सौंपा गया है।

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मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव 2019 में टिकट बंटवारे के बाद से ही बीजेपी में भूचाल आ गया है। भूचाल भी ऐसा कि बीजेपी की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। मध्यप्रदेश ने अभी तक 24 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया जा चुका है, मगर एक दर्जन से ज्यादा सीटों पर बागियों ने बीजेपी के समीकरण गड़बड़ा दिए हैं। यही वजह है की बीजेपी अब बागियों से निपटने के लिए डैमेज कंट्रोल में जुट गई है।

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वहीं इस सियासत के दूसरी छोर में बागियों की परेशानी को लेकर कांग्रेस में इन दिनों मामला थोड़ा ठीक है। एक-दो जगह जैसे खंडवा, भिंड, धार और खरगोन जैसी सीटों पर कांग्रेस ने समय रहते इस विरोध पर काबू पा लिया है। लिहाजा लोसकभा चुनाव में बीजेपी डैमेज कंट्रोल की हर कोशिश में जुटी है। तमाम कोशिशों के बाद भी पार्टी के खिलाफ माहौल बनाने वाले पार्टी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर ली है। अगर समय रहते बागी नहीं माने तो उन्हें बीजेपी से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है।