छतरपुर । जिले का पान अब पाकिस्तानियों के लवों की शान नही बढ़ायेगा। पुलवामा हादसे के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान को पानी नहीं देने का फैसला लिया है,वहीं छतरपुर जिले के सभी पान कृषकों ने भी पाकिस्तान को पान न भेजे जाने का संकल्प लिया है। बतादें कि जिले के गढ़ीमलहरा,महाराजपुर,पिपट,पनागर एवं महोबा जिले में पान की बंपर पैदावार होती है। यहां पैदा होने वाला पान मेरठ एवं सहारनपुर के माध्यम से पाकिस्तान सप्लाई किया जाता है ।
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पान किसानों का कहना है कि पान को न तो मेरठ और न ही सहारनपुर भेजा जायेगा ताकि पाकिस्तान का पान के माध्यम से कनेक्शन कट सके | किसानों के इस फैसले के उन्हें अच्छा खासा नुकसान भी होगा । एक अनुमान के मुताबिक सप्ताह में तीन दिन 45 से 50 बंडल पान की सप्लाई होती है। पान के एक बंडल की कीमत अनुमानित 30 हजार रुपये होती है। ऐसे में इन किसानों को एक सप्ताह में लाखों का नुकसान होगा,हालांकि पान किसानों ने नफा-नुकसान की चिंता नहीं होने की बात कही है | किसानों का यह भी कहना है कि हमारी भारत सरकार जब पानी न देने जैसा बड़ा फैसला ले सकती है तो हम अपने भारत देश की खातिर इतना तो कर ही सकते है |