बड़ा खुलासा, रेत खनन व्यवसायी जसपाल सिंह रंधावा ने दी थी अजय चंद्राकर को जान से मारने की धमकी

बड़ा खुलासा, रेत खनन व्यवसायी जसपाल सिंह रंधावा ने दी थी अजय चंद्राकर को जान से मारने की धमकी

बड़ा खुलासा, रेत खनन व्यवसायी जसपाल सिंह रंधावा ने दी थी अजय चंद्राकर को जान से मारने की धमकी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:53 pm IST
Published Date: November 27, 2019 6:41 am IST

रायपुर: विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन में सदन में पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर को धमकी देने के मामले को लेकर सदन में हंगामा शुरू हो गया था। हालांकि आरोपी को कुछ देर बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इस बात की जानकारी कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने सदन में दी। इसके बाद विवक्ष के नेताओं ने मामले को सदन में उठाने की बात कहते हुए शांत हुए।

Read More: अजय चंद्राकर ने उठाया मुंगेली जेल ब्रेक का मामला, पूछा- जिम्मेदार व्यक्तियों पर क्या कार्रवाई हुई? गृहमंत्री ने दिया ये जवाब

इस मामले को लेकर गृहमन्त्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि दुर्ग निवासी रेत खदान कारोबारी जसपाल सिंह रंधावा ने अजय चंद्राकर को धमकी दी थी। मामले में पुलिस ने धारा 151 के तहत आरोपी रंधावा के खिलाफ मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया।

 ⁠

Read More: कमलनाथ कैबिनेट की बैठक, योजना आयोग का नाम बदलने सहित इन अहम प्रस्तावों पर लग सकती है मुहर

इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि इस मामले में शासन को खुद एफआईआर दर्ज करानी चाहिए। वहीं, अजय चंद्राकर ने कल ही मुझे सुरक्षा प्रदान कर दी गई थी, जिसे मैंने लौटा दिया। मैं सदन में लगातार अवैध रेत खनन का मामला उठाते रहूंगा।

Read More: शिवसेना कार्यकर्ता को रास नहीं आया गठबंधन, इस्तीफे के साथ कहा- अंतरात्मा नहीं देती कांग्रेस के साथ काम करने की अनुमति

अजीत जोगी ने कहा कि इसके लिए अलग से एफआई दर्ज करने की जरूरत नहीं है। डीजीपी को दी गई पहली सूचना को ही एफआईआर मानी जाए।

Read More: जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, जब्त किया 1671 क्विंटल धान, कीमत 42 लाख रुपए

रमन सिंह ने कहा कि आरोपी के खिलाफ जान से मारने का मामला दर्ज होना चाहिए। बृजमोहन, शिवरतन शर्मा, धर्मजीत सिंह ने भी इस घटना की निंदा की और इसे गंभीरता से लेने की बात कही।शिवरतन ने अजय चंद्राकर को धमकी के मामले में स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की।

Read More: आज नहीं होगी एक भी रजिस्ट्री, सामूहिक अवकाश पर प्रदेश भर के राजिष्ट्रार

 


लेखक के बारे में