केंद्र की ओर से उपलब्ध कराई गई 1,200 इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली में चल रही हैं: प्रधानमंत्री मोदी

केंद्र की ओर से उपलब्ध कराई गई 1,200 इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली में चल रही हैं: प्रधानमंत्री मोदी

केंद्र की ओर से उपलब्ध कराई गई 1,200 इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली में चल रही हैं: प्रधानमंत्री मोदी
Modified Date: January 23, 2025 / 05:37 pm IST
Published Date: January 23, 2025 5:37 pm IST

नयी दिल्ली, 23 जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि कार्बन उत्सर्जन कम करने के व्यापक प्रयासों के तहत राष्ट्रीय राजधानी में केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई 1,200 से अधिक इलेक्ट्रिक बसें राष्ट्रीय राजधानी में चल रही हैं।

उन्होंने घरों की छत पर सोलर पैनलों को बढ़ावा देने के कार्यक्रम को भी कार्बन उत्सर्जन की दिशा में की सरकार की ओर से उठाया गया एक अन्य कदम बताया।

मोदी ने संविधान सदन (पुराने संसद भवन) के केंद्रीय कक्ष में छात्रों के साथ बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की। प्रधानमंत्री के अलावा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई अन्य नेताओं ने स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

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एक आधिकारिक बयान के अनुसार मोदी ने जब एक छात्रा से पूछा कि बोस का कौन सा नारा उसे सर्वाधिक प्रेरित करता है तो उसने कहा, ‘‘तुम मुझे खून दो और मैं तुम्हें आजादी दूंगा।’’

छात्रा ने आगे कहा, ‘‘बोस ने सबसे ऊपर देश को प्राथमिकता दी और इससे बहुत प्रेरणा मिलती है हमें।’’

प्रधानमंत्री ने जब पूछा कि उन्हें क्या-क्या प्रेरणा मिलती है, इसके जवाब में एक अन्य छात्रा ने कहा कि यह उन्हें राष्ट्र के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए प्रेरित करता है, जो सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) का एक हिस्सा है।

प्रधानमंत्री ने पूछा कि कार्बन फुटप्रिंट कम करने के लिए क्या-क्या होता है तो इसके जवाब में उक्त छात्रा ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन तो आ ही गए हैं और अब बसें भी इलेक्ट्रिक हो गई हैं।

मोदी ने जोर देकर कहा कि केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई 1,200 से अधिक इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली में चल रही हैं और कई और बसें शुरू की जाएंगी।

उन्होंने छात्रों को जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए एक उपकरण के रूप में ‘पीएम सूर्यघर योजना’ के बारे में भी समझाया। उन्होंने कहा कि इस योजना के हिस्से के रूप में बिजली का उत्पादन करने के लिए घर की छतों पर सौर पैनल स्थापित किए जाते हैं, जिससे बिजली का बिल शून्य हो सकता है।

उन्होंने कहा कि उत्पन्न बिजली का उपयोग ई-वाहनों को चार्ज करने, जीवाश्म ईंधन पर खर्च में कटौती और प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए किया जा सकता है।

मोदी ने छात्रों से कहा कि घरों में पैदा होने वाली बिजली की अतिरिक्त बिजली सरकार को बेची भी जा सकती है और कमाई भी की जा सकती है।

भाषा ब्रजेन्द्र

ब्रजेन्द्र माधव

माधव


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