Gujarat News: इस स्कूल के छात्रों ने एक-दूसरे को ब्लेड मारने की दी चुनौती, नहीं करने पर इतने रुपए सजा का किया प्रावधान, 25 से ज्यादा बच्चे घायल

इस स्कूल के छात्रों ने एक-दूसरे को ब्लेड मारने की दी चुनौती, Gujarat News: 25 primary school students injured themselves with blades: Police

Gujarat News: इस स्कूल के छात्रों ने एक-दूसरे को ब्लेड मारने की दी चुनौती, नहीं करने पर इतने रुपए सजा का किया प्रावधान, 25 से ज्यादा बच्चे घायल
Modified Date: March 27, 2025 / 12:34 pm IST
Published Date: March 27, 2025 11:40 am IST

अमरेली : Gujarat News गुजरात के एक प्राथमिक विद्यालय के कक्षा 5 से 7 तक के करीब 25 छात्रों ने एक ‘डेयर गेम’ के तहत पेंसिल शार्पनर के ब्लेड से कथित तौर पर खुद को घायल कर लिया। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस उपाधीक्षक जयवीर गढवी के अनुसार अमरेली जिले के बागसरा में मोटा मुंजियासर प्राथमिक विद्यालय के छात्रों ने एक दूसरे को चुनौती दी कि या तो वे खुद को चोट पहुंचायें या ऐसा न करने पर 10 रुपये का भुगतान करें।

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उन्होंने कहा, ‘‘करीब 20-25 छात्रों ने अपने हाथों पर ब्लेड से वार किया।’’ मामला तब प्रकाश में आया जब एक चिंतित अभिभावक ने स्कूल प्रशासन को इसकी जानकारी दी। तत्काल अभिभावक-शिक्षकों की बैठक बुलाई गई, लेकिन बाद में अभिभावकों ने पुलिस से संपर्क करके मामले की गहन जांच की मांग की। गढ़वी ने कहा कि घटना की रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) को सौंपी जाएगी। उन्होंने कहा कि कोई आपराधिक इरादा नहीं पाया गया, लेकिन अगर कोई आपराधिक कृत्य सामने आता है, तो पुलिस उसके अनुसार कार्रवाई करेगी। पुलिस के एक दल ने स्कूल का दौरा किया और अभिभावकों के बयान दर्ज किए।

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बता दें कि स्कूल में लगभग 300 छात्र हैं, इसलिए अधिकारी अब छात्रों के कल्याण और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सुनिश्चित करने के उपायों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी किशोर मियानी ने कहा कि छात्रों की काउंसलिंग करायी जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम घटना के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों को समझने के लिए शिक्षकों और अभिभावकों के साथ चर्चा करेंगे। छात्रों को (खुद को चोट पहुंचाने के लिए) प्रेरित करने वाले स्रोत या कारक को समझना महत्वपूर्ण है। हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि वे ऐसा करने के लिए कैसे प्रेरित हुए।’’


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।