आमिर खान ने फिल्म देखने में विविधता की वकालत की, कहा कि वह ओटीटी के प्रति उदासीन नहीं हैं

आमिर खान ने फिल्म देखने में विविधता की वकालत की, कहा कि वह ओटीटी के प्रति उदासीन नहीं हैं

आमिर खान ने फिल्म देखने में विविधता की वकालत की, कहा कि वह ओटीटी के प्रति उदासीन नहीं हैं
Modified Date: December 7, 2025 / 09:12 pm IST
Published Date: December 7, 2025 9:12 pm IST

नयी दिल्ली, सात दिसंबर (भाषा) बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ने कहा कि स्ट्रीमिंग मंचों के खिलाफ उनके मन में कोई पूर्वाग्रह नहीं है और जब तक दर्शक फिल्मों का आनंद लेते रहेंगे, तब तक उन्हें खुशी मिलती रहेगी, चाहे वह उन्हें सिनेमाघरों में देखें, ओटीटी पर या फिर यूट्यूब पर।

आमिर ने शनिवार को दिल्ली में आयोजित 23वें हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में यह बात कही। उनकी यह टिप्पणी उनकी पिछली फ़िल्म ‘सितारे जमीन पर’ के बाद आई है, जिसे सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी, लेकिन थिएटर में प्रदर्शन पूरा होने के बाद भी इसे ओटीटी पर रिलीज नहीं किया गया।

बाद में इसे पे-पर-व्यू (पीपीवी) मॉडल के जरिए 100 रुपये के शुल्क के साथ यूट्यूब पर रिलीज किया गया।

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अपने फैसले के बारे में बताते हुए, आमिर ने कहा कि वह फिल्मों के लिए एक नया मॉडल पेश करना चाहते थे। उन्होंने कहा, “मैं इसे अकेले कर रहा था; मैं इसे इंडस्ट्री की एक पहल के तौर पर नहीं कर रहा था। अच्छा होगा अगर इंडस्ट्री सामूहिक रूप से पे-पर-व्यू के लिए एक रास्ता बनाने की कोशिश करे। यह इंडस्ट्री के लिए मददगार होगा।”

आमिर भारत में “डिजिटल” क्रांति की सराहना करते हैं और कहते हैं कि इसका सही इस्तेमाल करना जरूरी है।

अभिनेता ने कहा, “दरअसल, डिजिटल हमारी जिंदगी का हिस्सा बन गया है। अगर आप डिजिटल पर मौजूद नहीं हैं, तो आप लगभग गायब ही हैं, लोगों को पता ही नहीं चलता कि आप हैं भी या नहीं, आपकी प्रासंगिकता खत्म हो गई है। तकनीक के साथ आपको आगे बढ़ना चाहिए, लेकिन इसका इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करना चाहिए, नुकसान के लिए नहीं। दुनिया भर में आपके पास थिएटर, पे-पर-व्यू, ओटीटी और सैटेलाइट जैसे अलग-अलग मंच हैं।”

भाषा तान्या प्रशांत

प्रशांत


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