‘आप’ ने पाकिस्तान को ‘आतंकवादी राष्ट्र’ घोषित करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की

‘आप’ ने पाकिस्तान को ‘आतंकवादी राष्ट्र’ घोषित करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की

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Modified Date: May 13, 2025 / 04:48 PM IST
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Published Date: May 13, 2025 4:48 pm IST

नयी दिल्ली, 13 मई (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को केंद्र सरकार से मांग की कि वह पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र घोषित करने वाला प्रस्ताव पारित करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाए।

‘आप’ के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “संसद का विशेष सत्र बुलाएं‍ और हम पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र घोषित करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित करेंगे। वे आतंकवादियों को पनाह देते हैं और उनके ठिकाने वहां फलते-फूलते हैं। पूरे देश ने देखा है कि उनके सैन्य अधिकारी आतंकवादियों के जनाजे में शामिल होते हैं। हम ऐसे देश पर कैसे भरोसा कर सकते हैं?”

सिंह ने सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताने के लिए केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की आलोचना की और दावा किया कि ऐसा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में किया गया।

‘आप’ सांसद ने सवाल किया, “हमारी सेना करारा जवाब दे रही थी, लेकिन तभी हमने संघर्ष-विराम की घोषणा कर दी। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने वार्ता में मध्यस्थता की और यहां तक ​​कि व्यापार रोकने की धमकी भी दी-हम इसे कैसे स्वीकार कर सकते हैं? 22 अप्रैल को हमारे लोगों को मारने वाले आतंकवादी कहां हैं?”

सरकारी सूत्रों ने हालांकि इस दावे को खारिज कर दिया है कि बातचीत में व्यापार रोकने की चेतावनी दी गई थी। एक अधिकारी ने कहा, “भारतीय और अमेरिकी नेताओं के बीच बातचीत के दौरान व्यापार का कोई जिक्र नहीं हुआ।”

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने भी अपनी चिंता जाहिर की और सवाल पूछा कि क्या न्याय हुआ है।

आतिशी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी को दिखाया। लेकिन 10 मई को ट्रंप की घोषणा के बाद, सरकार ने संघर्ष-विराम की पुष्टि की। देश जानना चाहता है-क्या पहलगाम हमले के दोषी आतंकवादियों को पकड़ लिया गया है? क्या सिंदूर का बदला ले लिया गया है?”

‘आप’ की दिल्ली इकाई के प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने केंद्र पर अपने चुनावी वादों से पीछे हटने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि 2024 के चुनावों के दौरान भाजपा नेतृत्व ने वादा किया था कि अगर मोदी फिर से प्रधानमंत्री बने, तो छह महीने के भीतर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को वापस ले लिया जाएगा।

भारद्वाज ने कहा, “छह महीने बीत चुके हैं और पीओके को वापस लेने के बजाय हमारी सेना को वापस बुला लिया गया है।”

भाषा पारुल मनीषा

मनीषा

 

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