सत्यजीत राय की कहानियों पर सहमति देने के बाद सबकुछ निर्देशकों पर छोड़ दिया : संदीप
सत्यजीत राय की कहानियों पर सहमति देने के बाद सबकुछ निर्देशकों पर छोड़ दिया : संदीप
कोलकाता, 28 जून (भाषा) मशहूर फिल्मकार व लेखक सत्यजीत राय के पुत्र संदीप राय ने सोमवार को कहा कि उन्होंने अपने पिता की चार कहानियों पर फिल्में बनाने के लिए ‘ओटीटी’ मंच नेटफ्लिक्स को अनुमति दी थी और वह कभी नहीं चाहते थे कि उन्हें इन फिल्मों के निर्माण से जुड़ी जानकारी दी जाए।
सत्यजीत राय के शताब्दी वर्ष में प्रदर्शित फिल्मों में श्रीजीत मुखर्जी की ‘फॉरगेट मी नॉट’, अभिषेक चौबे की ‘हंगामा है क्यों बरपा’, मुखर्जी की ‘बहरुपिया’ और वासन बाला की ‘स्पॉटलाइट’ शामिल हैं।
संदीप ने अपने पिता के लोकप्रिय काल्पनिक जासूस फेलुदा पर कई फीचर फिल्मों का निर्माण किया है। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स को अपने पिता की चार कहानियों का उपयोग करने के लिए सहमति दी थी, लेकिन वह पटकथा, कहानी को फिल्म में बदलने की प्रक्रिया आदि के बारे में जानकारी नहीं चाहते थे।
उन्होंने कहा, ‘‘ रचनात्मक दृष्टिकोण से यह निर्देशकों का विशेषाधिकार होता है।’’ एक सवाल के जवाब में संदीप ने कहा कि उन्होंने फिल्म का ‘प्रोमो’ देखा है लेकिन अपनी राय बनाने के लिए पूरी फिल्म देखना जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘मैं जल्द ही सभी चारों फिल्मों को अपनी राय बनाने के लिए देखूंगा, लेकिन वह राय मेरी व्यक्तिगत तौर पर होगी।’’
भाषा
अविनाश दिलीप
दिलीप

Facebook



