पटनाः SarkarOnIBC24 बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव है,जिसमें महागठबंधन का सीएम फेस कौन होगा और कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा। ये एक ऐसी पहेली है जिसे सुलझाने RJD नेता तेजस्वी यादव दिल्ली पहुंचे और कांग्रेस अध्यक्ष खरगे और सांसद राहुल गांधी से मुलाकात की। इस मुलाकात का क्या रहा लब्बोलुआब? क्या सीट बंटवारे और सीएम फेस की गुत्थी सुलझी?
SarkarOnIBC24 बिहार के चुनावी शतरंज की बिसात बिछनी शुरू हो गई है। NDA सीएम नीतीश कुमार के चेहरे पर दांव खेल रही है तो महागठबंधन में सीएम फेस और सीट शेयरिंग को लेकर अभी पेंच फंसा है, जिसे सुलझाने के लिए मंगलवाल को दिल्ली में तेजस्वी यादव ने मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के साथ मुलाकात की। जाहिर है कांग्रेस और RJD में सीएम चेहरे को लेकर खींचतान है, जिसे सुलझाने के लिए दिल्ली में दोनों दलों ने मंथन किया। मीटिंग के बाद तेजस्वी यादव से जब सीएम चेहरे को लेकर मीडिया ने सवाल पूछा तो कहा कि ‘CM चेहरे पर चिंता करने की जरूरत नहीं’
खैर दिल्ली में हुई मीटिंग में कांग्रेस और आरजेडी के बीच क्या समझौता हुआ। ये तो आने वाले वक्त में साफ होगा, लेकिन महागठबंधन में जो चुनावी पेंच फंसा हुआ है। उसे अब दोनों मिलकर पटना में 17 अप्रैल को होने वाली बैठक में सुलझाएंगे। दरअसल कांग्रेस बिहार में अपनी जड़े मजबूत करना चाहती है जिसके लिए पहले कांग्रेस ने दलित नेता राजेश कुमार को अपना नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया तो युवाओं को साधने कन्हैया कुमार के अगुवाई में 27 दिन पलायन रोको यात्रा निकाली, जिसमें राहुल गांधी भी शामिल हुए थे। हालांकि कांग्रेस और RJD नेताओं की मीटिंग को लेकर सियासी बयानबाजी भी तेज है।
जाहिर है इसी साल बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं। विधानसभा के चुनावी गणित की अगर बात करें तो 2020 के चुनाव में 243 में से 75 सीटों के साथ RJD सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जबकि बीजेपी 74 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। JDU ने 43 और कांग्रेस ने सिर्फ 19 सीटे जीती थी.. LJP एक और 31 सीटे अन्य के खाते में गई थी। कांग्रेस ने इन चुनावों में 70 सीटों पर लड़कर सिर्फ 19 सीटे जीती थी। कांग्रेस इस बार भी 70 सीटों पर लड़ना चाहती है और तेजस्वी को दिल्ली बुलाकर कांग्रेस ने ये तो साफ कर दिया है कि वो इस बार फ्रंटफुट पर खेलने का मन बना चुकी है। अब सवाल ये है कि तेजस्वी इसके लिए तैयार होते हैं या नहीं।