Ahmedabad Plane Crash Reason/Image Credit: ANI
Ahmedabad Plane Crash Reason: अहमदाबाद। गुरुवार को लंदन जा रहे एअर इंडिया के विमान AI-171 का ‘ब्लैक बॉक्स’ यहां एक मेडिकल कॉलेज छात्रावास की छत से बरामद कर लिया गया है। ब्लैकबॉक्स से पता चलेगा की हादसा किस वजह से हुआ है। बता दें कि, अब तक 270 से ज्यादा शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया है। 220 लोगों की DNA सैंपलिंग की जा चुकी है। वहीं, 7 लोगों की डेडबॉडी DNA टेस्ट के बाद परिजन को सौंपी गई है। बताया जा रहा है कि, 8 राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां हादसे की जांच करेंगी।
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा कि ‘डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर’ (DFDR), जिसे आमतौर पर ‘ब्लैक बॉक्स’ के रूप में जाना जाता है, को दुर्घटना स्थल पर ‘‘छत’’ से बरामद किया गया है। DFDR यह पता लगाने में मदद करेगा कि, हादसे का शिकार हुए विमान में अंतिम क्षणों में क्या हुआ और यह बक्सा यह निर्धारित करने में महत्वपूर्ण है कि आपदा कैसे हुई। ब्लैक बॉक्स एक छोटा उपकरण है जो उड़ान के दौरान विमान के बारे में जानकारी रिकॉर्ड करता है। यह विमानन दुर्घटनाओं की जांच में मदद करता है।
एएआईबी ने एक बयान में कहा कि, ‘‘DFDR (ब्लैक बॉक्स) को छत से बरामद कर लिया गया है।’’ इस संबंध में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई। एक अधिकारी ने बताया कि, ब्लैक बॉक्स मेडिकल कॉलेज के छात्रावास की इमारत की छत से मिला। यह इमारत बीजे मेडिकल कॉलेज के आवासीय क्वार्टर का हिस्सा है। विमान का पीछे का हिस्सा इमारत के ऊपरी हिस्से के पास फंसा हुआ था। DFDR आमतौर पर विमान के पिछले भाग में स्थित होता है। उसे चमकीले नारंगी रंग से रंगा जाता है, ताकि मलबे में उसका आसानी से पता लगाया जा सके।
लंदन जा रहा बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (AI-171) गुरुवार दोपहर 230 यात्रियों और चालक दल के 12 सदस्यों को लेकर अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद एक मेडिकल कॉलेज के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में एक व्यक्ति बाल-बाल बच गया, जबकि विमान में सवार 241 लोग मारे गए। इस हादसे में पांच MBBS छात्रों समेत जमीन पर 24 अन्य लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी मौत हो गई है।
पीएम मोदी ने अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान दुर्घटना स्थल का दौरा किया तथा यहां सिविल अस्पताल में घायलों से मुलाकात की। उन्होंने दुर्घटना स्थल पर लगभग 20 मिनट बिताए। विमानन विशेषज्ञों ने 11 वर्ष पुराने विमान के दोनों इंजनों में समस्या, कई पक्षियों का टकराना या फ्लैप (उड़ान भरने या उतरते समय गति धीमी करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला भाग) संबंधी समस्या समेत संभावित समस्याओं पर चर्चा की। विमानन नियामक डीजीसीए ने एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर बेड़े की सुरक्षा जांच बढ़ाने का शुक्रवार को आदेश दिया। टाटा समूह के स्वामित्व वाली एअर इंडिया के बेड़े में 26 बोइंग 787-8 और सात बोइंग 787-9 विमान हैं।
नागर विमानन मंत्री के. राम मोहन नायडू ने बताया कि, AAIB ने दुर्घटना स्थल से 28 घंटे के भीतर DFDR को बरामद कर लिया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘यह जांच में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे घटना की जांच में काफी मदद मिलेगी।’’ ‘कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर’ (सीवीआर) की बरामदगी के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है। इसे भी ब्लैक बॉक्स के नाम से जाना जाता है। सीवीआर रेडियो प्रसारण और कॉकपिट में अन्य ध्वनियों को रिकॉर्ड करता है, जैसे पायलटों के बीच बातचीत और इंजन की आवाजें।
Ahmedabad Plane Crash Reason: डीजीसीए के विस्तृत निरीक्षण के तहत टाटा समूह के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान की विभिन्न प्रणालियों की जांच और ‘टेक-ऑफ’ (उड़ान भरने संबंधी) मापदंडों की समीक्षा की जाएगी। पीड़ितों के शोकाकुल परिवार इस आपदा से उबरने की कोशिश कर रहे हैं और शवों के मिलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। पुलिस ने कहा कि पहचान के बाद छह पीड़ितों के शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए।