जिन्ना विवाद के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में अब आरक्षण को लेकर संग्राम

जिन्ना विवाद के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में अब आरक्षण को लेकर संग्राम

जिन्ना विवाद के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में अब आरक्षण को लेकर संग्राम
Modified Date: November 29, 2022 / 08:39 pm IST
Published Date: July 3, 2018 8:15 am IST

नई दिल्ली। यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना विवाद के बाद अब आरक्षण के मुद्दे पर विवाद शुरु हो गया है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को लेकर सांसद सतीश कुमार गौतम ने यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को एक पत्र लिखा है। गौतम ने इससे पहले मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर भी पत्र लिखा था। नए पत्र में उन्होंने वीसी से पूछा है कि  उनके लोकसभा क्षेत्र में स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय में एससी, एसटी और ओबीसी के छात्रों को प्रवेश में आरक्षण क्यों नहीं दिया जा रहा है’। उन्होंने वीसी से पूछा है कि, ‘एएमयू में वंचित वर्ग को आरक्षण के लिए विवि प्रशासन ने अब तक क्या कोशिशें की हैं’।

बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कन्नौज में बात करते हुए मुस्लिम यूनिवर्सिटी में दलितों के लिए आरक्षण का मसला उठा चुके हैं। उन्होंने कहा था कि जो लोग दलितों के चिंता करते हैं, उन्हें इस मसले को उठाना चाहिए। योगी ने सवाल उठाते हुए जानना चाहा था कि अगर बीएचयू में दलितों को आरक्षण दिया जा सकता है तो अल्‍पसंख्‍यकों द्वारा संचालित संस्‍थानों में क्‍यों नहीं’।

 ⁠

यह भी पढ़ें : देवजीभाई पटेल ने शौचालय निर्माण के विरुद्ध प्रोत्साहन राशि के भुगतान पर उठाया सवाल, मंत्री ने ये कहा

इधर राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के अध्यक्ष डॉ. रामशंकर कठेरिया भी कह चुके हैं कि जेएनयू और जामिया विश्वविद्यालय अल्पसंख्यक संस्थान नहीं, इसके बाद भी इन दोनों विवि में छात्रों को आरक्षण का लाभ न दिए जाने से छात्रों में आक्रोश है

 

वेब डेस्क, IBC24

 


लेखक के बारे में