मिजोरम में बारिश के कारण तीसरे दिन भी सभी स्कूल बंद
मिजोरम में बारिश के कारण तीसरे दिन भी सभी स्कूल बंद
आइजोल, दो जून (भाषा) मिजोरम में भारी बारिश के कारण सोमवार को सभी स्कूल बंद रहे। वर्षा की वजह से राज्य के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन, मिट्टी धंसने, चट्टानें गिरने और जलभराव की घटनाएं हुईं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
स्कूल शिक्षा विभाग की निदेशक एंजेला ज़ोथनपुई ने कहा कि सभी 11 जिला प्रशासनों ने छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती उपाय के तौर पर सोमवार को स्कूल बंद करने की घोषणा की है।
जिला प्रशासन द्वारा जारी अधिसूचनाओं में कहा गया है कि स्कूल बंद करने का निर्देश भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा जारी किए गए मौसम पूर्वानुमान के बाद दिया गया है, जिसमें राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश और भूस्खलन और चट्टानों के गिरने सहित संभावित प्राकृतिक खतरों का पूर्वानुमान जताया गया है।
इससे पहले राज्य भर में 29 और 30 मई को दो दिन के लिए स्कूल बंद रखे गए थे।
राज्य में 24 मई से हो रही भारी बारिश के कारण भूस्खलन, मकान ढहने और अन्य आपदाओं के कारण अब तक म्यांमा के तीन शरणार्थियों सहित कम से कम पांच लोगों की मौत हो चुकी है।
राज्य आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य भर में भूस्खलन या मिट्टी धंसने और बाढ़ के कारण अब तक 60 मकान ढह गए हैं या क्षतिग्रस्त हो गए हैं तथा 69 अन्य को खाली कराया गया है।
उन्होंने बताया कि रविवार तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन की कुल 211 घटनाएं हुई हैं और 83 स्थानों पर राजमार्ग अवरुद्ध हो गए हैं।
राज्य विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 33 केवी के कम से कम सात उप-स्टेशन क्षतिग्रस्त हो गए हैं और पूरे राज्य का एक तिहाई से अधिक क्षेत्र बारिश के कारण बिजली कटौती का सामना कर रहा है।
उन्होंने बताया कि मरम्मत कार्य जारी है और यदि आगे बारिश नहीं हुई तो अगले दो-तीन दिनों में ऐसे क्षेत्रों में बिजली बहाल हो जाने की उम्मीद है।
आईएमडी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले 24 घंटों में सेरछिप जिले में सबसे अधिक 10.46 सेमी बारिश हुई, इसके बाद कोलासिब (9.83 सेमी) और आइजोल (9.74 सेमी) का स्थान रहा।
विभाग ने बताया कि सोमवार को राज्य में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और जलभराव के मद्देनजर मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने रविवार को मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक की।
बैठक में निर्माण और भवन योजनाओं के संबंध में कड़े कदम उठाने पर सहमति व्यक्त की गई, क्योंकि यह देखा गया कि कई दुर्घटनाएं मानवीय चूक के कारण हुई थीं।
भाषा नोमान मनीषा
मनीषा

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