अमित शाह और संघ प्रमुख मोहन भागवत के बृहस्पतिवार से अंडमान का दौरा करने की संभावना

अमित शाह और संघ प्रमुख मोहन भागवत के बृहस्पतिवार से अंडमान का दौरा करने की संभावना

अमित शाह और संघ प्रमुख मोहन भागवत के बृहस्पतिवार से अंडमान का दौरा करने की संभावना
Modified Date: December 11, 2025 / 11:48 am IST
Published Date: December 11, 2025 11:48 am IST

श्री विजय पुरम, 11 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के बृहस्पतिवार से अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह का दौरा करने की संभावना है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि इस दौरान वे विनायक दामोदर सावरकर की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।

उन्होंने बताया कि शाह और भागवत की यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और कुछ क्षेत्रों में यातायात प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।

 ⁠

भागवत श्री विजय पुरम के डॉलीगंज में संघ कार्यकर्ताओं के साथ कुछ देर बातचीत कर सकते हैं।

‘सरसंघचालक’ के रूप में यह द्वीपसमूह की उनकी पहली यात्रा होगी।

भागवत ने लगभग दो दशक पहले ‘सरकार्यवाह’ के रूप में द्वीप समूह का दौरा किया था जबकि शाह की यह दूसरी यात्रा होगी।

शाह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती के अवसर पर जनवरी 2023 में यहां आए थे।

अधिकारी ने बताया कि 12 दिसंबर को दोनों सुबह करीब साढ़े नौ बजे दक्षिण अंडमान के बेओदनाबाद में सावरकर की प्रतिमा का अनावरण करेंगे और शाम को डॉ. बी. आर. आंबेडकर प्रौद्योगिकी संस्थान (डीबीआरएआईटी) में आयोजित एक कार्यक्रम में सावरकर पर एक गीत जारी करेंगे।

भागवत 13 दिसंबर की शाम को श्री विजयपुरम स्थित आईटीएफ मैदान में एक जनसभा को संबोधित कर सकते हैं और वह 14 दिसंबर को रवाना हो जाएंगे।

अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री 12 दिसंबर की रात या अगली सुबह द्वीप समूह से रवाना हो सकते हैं।

यह पूरा कार्यक्रम महाराष्ट्र स्थित एक व्यापारिक समूह द्वारा सावरकर की प्रतिष्ठित कविता ‘सागर प्राण तलमाला’ (हे सागर, मेरी आत्मा तड़प रही है, मुझे मेरी मातृभूमि ले चलो) की रचना की 116वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है।

सावरकर ने यह कविता 1909 में लिखी थी।

सावरकर को अंग्रेजों ने 1911 में पोर्ट ब्लेयर (जिसे अब श्री विजयपुरम के नाम से जाना जाता है) की सेलुलर जेल में कैद किया था।

भाषा सुरभि जितेंद्र

जितेंद्र


लेखक के बारे में