असम: बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र में गांवों को शामिल करने पर भ्रम के बाद विरोध |

असम: बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र में गांवों को शामिल करने पर भ्रम के बाद विरोध

असम: बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र में गांवों को शामिल करने पर भ्रम के बाद विरोध

:   Modified Date:  January 27, 2023 / 09:49 PM IST, Published Date : January 27, 2023/9:49 pm IST

तेजपुर, 27 जनवरी (भाषा) कुछ गांवों को बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) में शामिल करने को लेकर उपजे भ्रम के बाद विरोध जताते हुए लोगों ने असम के सोनितपुर जिले को अरुणाचल प्रदेश से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के एक हिस्से को शुक्रवार को थोड़े समय के लिए बाधित कर दिया।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिले में भालुकपोंग और बालीपारा के बीच के राष्ट्रीय राजमार्ग-211 के हिस्से को करीब एक घंटे के लिए बाधित कर दिया जिससे यातायात आवागमन अस्तव्यस्त हो गया।

उन्होंने कहा कि गैर बोडो समुदाय के सैकड़ों लोग चारिदुआर राजस्व सर्कल अधिकारी के कार्यालय के बाहर एकत्र हुए और उनका घेराव किया। उन्होंने मांग की कि बीटीआर में गैर बोडो बहुल क्षेत्रों को शामिल नहीं किया जाये।

प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा की ओर से गणतंत्र दिवस पर किये गये ऐलान के खिलाफ भी विरोध जताया। मुख्यमंत्री ने ढेकियाजुली, सूटिया, बिश्वनाथ, बेहाली और गोहपुर नामक विधानसभा क्षेत्रों के बोडो बहुल गांवों को बीटीआर में शामिल करने की बात कही थी।

मुख्यमंत्री के इस ऐलान का बोडो समुदाय ने स्वागत किया था, लेकिन इससे उन लोगों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई जो अन्य समुदाय के थे क्योंकि उन्हें नहीं मालूम था कि किन गांवों को बीटीआर में शामिल किया जाएगा।

लेकिन सूटिया के विधायक पद्म हजारिका मौके पर पहुंचें और प्रदर्शनकारियों को बताया कि यह फैसला केवल उन गांवों के लिए लिया गया है जिनमें 80 प्रतिशत से अधिक बोडो आबादी है।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि विधायक का आश्वासन मिलने पर प्रदर्शनकारी शांतिपूर्व इस इलाके से चले गये।

भाषा

संतोष माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)