गोवा के नाइट क्लब में भीषण आग लगने से 25 लोगों की मौत, सुरक्षा मानदंडों के उल्लंघन का संदेह

गोवा के नाइट क्लब में भीषण आग लगने से 25 लोगों की मौत, सुरक्षा मानदंडों के उल्लंघन का संदेह

गोवा के नाइट क्लब में भीषण आग लगने से 25 लोगों की मौत, सुरक्षा मानदंडों के उल्लंघन का संदेह
Modified Date: December 7, 2025 / 04:07 pm IST
Published Date: December 7, 2025 4:07 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

पणजी, सात दिसंबर (भाषा) उत्तरी गोवा के एक नाइट क्लब में शनिवार आधी रात के बाद भीषण आग लग जाने से 25 लोगों की मौत हो गई और छह अन्य लोग घायल हो गए।

अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि लोग पणजी से 25 किलोमीटर दूर अरपोरा स्थित ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइट क्लब के भूतल पर फंस गए थे जिसके कारण अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने से हुई।

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एक ग्राम अधिकारी ने दावा किया कि निर्माण अनधिकृत था, लेकिन क्लब को ढहाए जाने के नोटिस पर एक उच्च प्राधिकारी ने रोक लगा दी थी। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का संकल्प व्यक्त किया है जिन्होंने सुरक्षा मानदंडों के उल्लंघन के बावजूद इसे संचालित करने की अनुमति दी थी।

पुलिस ने बताया कि मृतकों में चार पर्यटक और 14 कर्मचारी शामिल हैं जबकि बाकी सात की पहचान अभी नहीं हो पाई है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई नेताओं ने इस घटना में लोगों की मौत होने पर दुख व्यक्त किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने नाइट क्लब में आग लगने की घटना के बाद राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से बात की।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘गोवा के अरपोरा में हुए हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को पचास-पचास हजार रुपये दिए जाएंगे।’’

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आग पहली मंजिल पर लगी थी और भीड़भाड़ होने एवं छोटे दरवाजों के कारण ग्राहक बाहर नहीं जा सके।

मुख्यमंत्री सावंत ने कहा, ‘‘कुछ लोग भूतल पर भाग गए और वहीं फंस गए।’’

सावंत ने कहा, ‘‘हम क्लब प्रबंधन और उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जिन्होंने सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन होने के बावजूद इसे संचालित करने की अनुमति दी।’’

उन्होंने कहा कि नाइट क्लब के मालिक एवं महाप्रबंधक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

सावंत ने कहा, ‘‘तटीय राज्य में यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना ऐसे समय में हुई है जब बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम घटना की मजिस्ट्रेट से विस्तृत जांच कराएंगे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’

राज्य पुलिस ने शुरुआत में कहा था कि आग सिलेंडर विस्फोट के कारण लगी थी लेकिन कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया था कि आग क्लब की पहली मंजिल पर लगी थी, जहां पर्यटक नाच रहे थे।

एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि जब आग लगी तो कम से कम 100 लोग ‘डांस फ्लोर’ पर मौजूद थे और स्वयं को बचाने के लिए उनमें से कुछ लोग नीचे की ओर रसोईघर में भाग गए जहां वे कर्मचारियों के साथ फंस गए।

हैदराबाद की निवासी एक पर्यटक फातिमा शेख ने अरपोरा में ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘आग की लपटें उठते ही अचानक अफरा-तफरी मच गई। हम क्लब से बाहर भागे तो देखा कि पूरा क्लब आग की लपटों में घिरा हुआ था।’’

उन्होंने बताया कि सप्ताहांत होने की वजह से नाइट क्लब खचाखच भरा हुआ था और ‘डांस फ्लोर’ पर कम से कम 100 लोग थे।

शेख ने बताया कि आग लगने के बाद कुछ पर्यटक नीचे की ओर भागे और भूतल पर स्थित रसोई में चले गए।

उन्होंने कहा, ‘‘वे (पर्यटक) अन्य कर्मचारियों के साथ वहीं फंस गए। कई लोग क्लब से बाहर निकलने में कामयाब रहे।’’

शेख ने कहा कि कुछ ही देर में पूरा क्लब आग की चपेट में आ गया।

उन्होंने कहा, ‘‘वहां ताड़ के पत्तों से बना एक अस्थायी ढांचा था, जिसने तेजी से आग पकड़ ली।’’

नाइट क्लब संकरी गलियों में स्थित होने के कारण दमकल गाड़ियों के लिए क्लब तक पहुंचना संभव नहीं है और उनके टैंकरों को घटनास्थल से लगभग 400 मीटर दूर खड़ा करना पड़ा।

अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि संकरी गलियों के कारण घटनास्थल तक पहुंचना मुश्किल हो गया जिससे आग पर काबू पाना एक चुनौतीपूर्ण काम बन गया।

उन्होंने कहा कि पीड़ित भूतल पर ही फंस रहे, जिसके कारण अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने से हुई।

अरपोरा-नागोआ पंचायत के सरपंच रोशन रेडकर ने बताया कि क्लब सौरव लूथरा संचालित करते थे जिनका अपने साझेदार के साथ विवाद था।

उन्होंने कहा, ‘‘उनके बीच विवाद था और उन्होंने पंचायत में एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। हमने परिसर का निरीक्षण किया और पाया कि उनके पास क्लब निर्माण की अनुमति नहीं थी।’’

रेडकर ने बताया कि पंचायत ने क्लब ढहाए जाने का नोटिस जारी किया था, जिस पर पंचायत निदेशालय के अधिकारियों ने रोक लगा दी थी।

उन्होंने बताया कि परिसर के मूल मालिक ने लूथरा को यह जगह किराए पर दे दी थी।

उन्होंने कहा, ‘‘आग लगने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। हम उन प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी कर रहे हैं जो नियमों का उल्लंघन करते पाए गए हैं। अब हमें और अधिक सतर्क रहना होगा।’’

कलंगुटे के विधायक माइकल लोबो ने भी घटनास्थल का दौरा किया।

उन्होंने कहा कि अधिकारी सभी क्लब का अग्नि सुरक्षा ऑडिट करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

विधायक ने कहा कि कलंगुटे पंचायत सोमवार को सभी नाइट क्लब को नोटिस जारी कर अग्नि सुरक्षा अनुमतियां दिखाने के लिए कहेगी।

उन्होंने कहा कि जिन क्लब के पास आवश्यक अनुमतियां नहीं हैं, उनके लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे।

‘नाइट क्लब’ में आग लगने की घटना के पीड़ितों के रिश्तेदार और परिचित एक सरकारी अस्पताल के शवगृह के बाहर एकत्र होकर अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी मिलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

झारखंड के कुछ लोगों ने कहा कि वे शवों को स्वीकार नहीं करेंगे और उन्होंने मांग की कि नाइट क्लब मालिक शवों को घर वापस भेजे जाने की व्यवस्था करें।

उन्होंने बताया कि उनके मूल निवास के चार लोग उत्तरी गोवा के अरपोरा स्थित नाइट क्लब में सहायक और रसोइये के रूप में काम करते थे।

झारखंड के मजदूरों का समूह अपने परिजनों के बारे में जानकारी लेने के लिए सुबह से ही पणजी के पास गोवा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) के शवगृह के बाहर बैठा है।

असम के पांच लोगों का एक और समूह भी शवगृह के बाहर बैठा देखा गया। उन्होंने मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया, लेकिन उनमें से एक ने दावा किया कि घटना में मारे गए लोगों में उनके दोस्त शामिल हैं।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी शवों की पहचान करने और पोस्टमॉर्टम करने में एक दिन लगेगा, उसके बाद ही शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।

आम आदमी पार्टी (आप) की गोवा इकाई ने दावा किया कि अरपोरा के एक नाइट क्लब में आग लगने की घटना में 25 लोगों की मौत होने के बाद मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने सत्ता में बने रहने का ‘‘नैतिक अधिकार’’ खो दिया है क्योंकि वह राज्य में प्रशासन को नियंत्रित करने में विफल रही है।

आम आदमी पार्टी (आप) की गोवा इकाई के अध्यक्ष अमित पालेकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए सवाल उठाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने नाइट क्लब के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जबकि क्लब ने राज्य विधानसभा में मुद्दा उठाए जाने के बावजूद मानदंडों का कथित तौर पर पालन नहीं किया था।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार देर रात गोवा के नाइट क्लब में आग लगने से लोगों की मौत होने पर गहरा दुख व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी इस हादसे में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है।

जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल, पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी, तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं और गोवा चर्च ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया।

भाषा सिम्मी प्रशांत

प्रशांत


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