मणिपुर में हिंसा के कारण जनता के दर्द से अवगत, सरकार सद्भाव बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध : मुर्मू

मणिपुर में हिंसा के कारण जनता के दर्द से अवगत, सरकार सद्भाव बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध : मुर्मू

मणिपुर में हिंसा के कारण जनता के दर्द से अवगत, सरकार सद्भाव बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध : मुर्मू
Modified Date: December 11, 2025 / 07:16 pm IST
Published Date: December 11, 2025 7:16 pm IST

इंफाल, 11 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह जातीय हिंसा के कारण मणिपुर के लोगों के दर्द से अवगत हैं और आश्वासन दिया कि सरकार सद्भाव को मजबूत करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

राज्य को दृढ़ता और साहस की धरती बताते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि मणिपुर के लोगों ने खेल, रक्षा, कला-संस्कृति और लोकसेवा जैसे विविध क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देकर राष्ट्र को समृद्ध बनाया है।

यह राष्ट्रपति मुर्मू का भारत की राष्ट्रपति बनने के बाद राज्य का पहला दौरा है।

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एक नागरिक अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे उस पीड़ा का आभास है, जिससे मणिपुर के लोग दुर्भाग्यपूर्ण हिंसा के बाद गुजरे हैं। मैं आपको आश्वस्त करना चाहती हूं कि आपकी चिंताओं का समाधान करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

मई 2023 से लेकर अब तक मेइती और कुकी समुदायों के बीच हुए संघर्षों में कम से कम 260 लोग मारे गए और हजारों लोग बेघर हो गए। राज्य में फिलहाल राष्ट्रपति शासन लागू है।

राष्ट्रपति ने कहा, “मेरी सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है। भारत सरकार सद्भाव को मजबूत करने, सुरक्षा सुनिश्चित करने और मणिपुर को स्थिरता और समृद्धि की राह पर आगे बढ़ने में सहयोग देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।”

मुर्मू ने कहा कि उन्होंने कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया है जिनसे मणिपुर के लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।

इससे पहले, राष्ट्रपति ने 1,180 करोड़ रुपये की लागत वाली 14 परियोजनाओं की आधारशिला रखी और 207 करोड़ रुपये की लागत वाली 12 परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

उन्होंने कहा कि जनजातीय विकास, कृषि, बिजली, पेयजल, शिक्षा और खेल जैसे विविध क्षेत्रों में ये परियोजनाएं आधुनिक और समावेशी मणिपुर के निर्माण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।

राष्ट्रपति ने कहा, “आज जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई है, उनमें पर्यटन, बिजली, पेयजल, सुरक्षा, प्रशासन और खेल सहित कई क्षेत्र से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। इन परियोजनाओं से रोजगार सृजित होगा, बुनियादी ढांचे में सुधार होगा और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।”

भाषा प्रशांत नरेश

नरेश


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