Ayodhya Ram Mandir Ashtadhatu Bell: राम मंदिर के मुख्य द्वार पर लगने वाला अष्टधातु से निर्मित 21 कुंटल का घंटा बनकर तैयार, कीमत जानकर उड़ जाएंगे होश

Ayodhya Ram Mandir Ashtadhatu Bell: राम मंदिर के मुख्य द्वार पर लगने वाला अष्टधातु से निर्मित 21 कुंटल का घंटा बनकर तैयार, कीमत जानकर उड़ जाएंगे होश

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  • Publish Date - December 12, 2023 / 10:15 AM IST,
    Updated On - December 19, 2023 / 12:50 PM IST

Ayodhya Ram Mandir Ashtadhatu Bell: 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में होने वाले नए भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए जोरो शोरो से तैयारियां की जा रही है। कई दिग्गज हस्तियों को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए निमंत्रण भेजा जा चुका है। देश के कोने कोने से साधु संतों को जमावड़ा भी लगेगा। देश के कई कारीगरों ने अपनी कलाकृति के जरिए भगवान श्रीराम की प्रतिमा बनाई हैं। अयोध्या में ही 22 जनवरी, 2024 को राम मंदिर की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से पहले अयोध्या में भगवान राम की झांकी बनाने का काम चल रहा है। वहीं, अब राम मंदिर के मुख्य द्वार पर लगने वाला अष्टधातु से निर्मित 21 कुंतल का घंटा बनकर तैयार हो गया है।

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अष्टधातु का घंटा बनकर तैयार

बता दें कि राम मंदिर मुख्य द्वार पर लगने वाला वाला अष्टधातु से निर्मित 21 कुंटल का घंटा जलेसर के सावित्री ट्रेडर्स कंपनी द्वारा बनाया गया है। घंटे की लागत लगभग 25 लाख रूपये बताई गई। इस ऐतिहासिक घंटे को बनाने में 400 कर्मचारियों से अधिक लोग लगे। बताया जा रहा है कि देशभर के सभी मंदिरों से सबसे बडा घंटा है। घंटे का वजन 2100 किलो और साढ़े 6.5 फुट ऊंचा तथा 5 फुट चौड़ा है। घंटाअयोध्या के राम मंदिर का घंटाएटा डीएम प्रेम रंजन सिंह और क्षेत्रीय विधायक संजीव दिवाकर घंटा निर्माण का जायाजा लिया।

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अतिथियों को इन नियमों का करना होगा पालन

  1. तमाम साधु संतों, धर्म गुरुओं को अपना आधार कार्ड अपने साथ रखना होगा।
  2. सुरक्षा के चलते मोबाईल, पर्स, झोली, छत्र, चैंबर, सिंहासन, निजी पूजा के ठाकुर और गुरु पादुकायें कार्यक्रम स्थल पर ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
  3. कार्यक्रम स्थल पर दिन में 11.00 बजे से पहले प्रवेश करना होगा।
  4. पूरा कार्यक्रम 3 घंटे से अधिक चलने की आशंका है।
  5. कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए तथा वापस आने के लिए एक किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ेगा।
  6. निमंत्रण पत्र पर केवल एक ही व्यक्ति का प्रवेश मिेलगा।
  7. प्रधानमंत्री के मन्दिर परिसर से बाहर चले जाने के बाद ही मन्दिर परिसर में विराजमान संत महापुरुष रामलला के दर्शन कर सकेंगे।

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