पायलट की सुरक्षा, प्रदर्शन आवश्यकताओं को संतुलित करने पर आईएसएएम के सम्मेलन में होगी चर्चा

पायलट की सुरक्षा, प्रदर्शन आवश्यकताओं को संतुलित करने पर आईएसएएम के सम्मेलन में होगी चर्चा

पायलट की सुरक्षा, प्रदर्शन आवश्यकताओं को संतुलित करने पर आईएसएएम के सम्मेलन में होगी चर्चा
Modified Date: November 19, 2025 / 08:24 pm IST
Published Date: November 19, 2025 8:24 pm IST

नयी दिल्ली, 19 नवंबर (भाषा) रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि बेंगलुरु में 20 नवंबर से शुरू हो रहे ‘इंडियन सोसाइटी ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन’ के दो दिवसीय सम्मेलन में पायलट की सुरक्षा और प्रदर्शन आवश्यकताओं के बीच संतुलन बनाने में एयरोस्पेस मेडिसिन चिकित्सकों द्वारा अपनाये गए अभिनव दृष्टिकोण पर जोर दिया जाएगा।

मंत्रालय ने कहा कि इंडियन सोसाइटी ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन (आईएसएएम) 20 से 21 नवंबर 2025 तक बेंगलुरु स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन (आईएएम) में अपना 64वां वार्षिक सम्मेलन आयोजित कर रहा है, जिसका उद्घाटन वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह करेंगे।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘सम्मेलन के वर्तमान संस्करण का विषय ‘एयरोस्पेस मेडिसिन में नवाचार: अनंत संभावनाएं’ है, जो विमान चालकों (पायलट) की सुरक्षा और प्रदर्शन आवश्यकताओं के बीच संतुलन बनाने में एयरोस्पेस मेडिसिन चिकित्सकों द्वारा अपनाए गए अभिनव दृष्टिकोण को रेखांकित करता है।’’

 ⁠

सम्मेलन में देश-विदेश से लगभग 300 प्रतिनिधि भाग लेंगे।

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) प्रयोगशालाओं और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख वैज्ञानिकों सहित संबद्ध संस्थानों के शोधकर्ता भी इसमें भाग लेंगे।

सम्मेलन में 100 से अधिक वैज्ञानिक शोधपत्र प्रस्तुत किए जाएंगे, जिससे प्रतिनिधि वैज्ञानिक चर्चाओं, प्रस्तुतियों और नेटवर्किंग अवसरों का लाभ उठाएंगे। इसका उद्देश्य देश में एयरोस्पेस मेडिसिन अनुसंधान और नीति के भविष्य को आकार देना है।

भाषा सुभाष अविनाश

अविनाश


लेखक के बारे में