बंगाल, उत्तर प्रदेश नहीं है; यहां ऐसा नहीं होने देंगे : गीता पाठ कार्यक्रम में हमले पर ममता ने कहा

बंगाल, उत्तर प्रदेश नहीं है; यहां ऐसा नहीं होने देंगे : गीता पाठ कार्यक्रम में हमले पर ममता ने कहा

बंगाल, उत्तर प्रदेश नहीं है; यहां ऐसा नहीं होने देंगे : गीता पाठ कार्यक्रम में हमले पर ममता ने कहा
Modified Date: December 11, 2025 / 07:49 pm IST
Published Date: December 11, 2025 7:49 pm IST

कोलकाता, 11 दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में हाल ही में आयोजित गीता पाठ कार्यक्रम में दो खाद्य विक्रेताओं पर हुए हमले को लेकर बृहस्पतिवार को भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि राज्य में इस तरह की धमकियों और धार्मिक विभाजन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

बनर्जी ने कहा कि किसी को यह तय करने की इजाजत नहीं दी जाएगी कि लोगों को क्या खाना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘यह पश्चिम बंगाल है, उत्तर प्रदेश नहीं।’’ साथ ही कहा कि इस घटना के जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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नदिया जिले के कृष्णानगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी आरोपियों को कुछ घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा, ”उन्होंने गरीब ‘पैटी’ विक्रेताओं को पीटा। हमने कल रात सभी को गिरफ्तार कर लिया। हर जमावड़े में कुछ न कुछ बेचने वाले फेरीवाले होते हैं। तुमने एक गरीब फेरीवाले को पीटा है। गरीबों को परेशान करने वाले किसी व्यक्ति को मैं नहीं छोड़ूंगी।”

इस घटना को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण(एसआईआर) के नाम पर पैदा किए गए ‘‘भय के माहौल’’ से जोड़ते हुए, मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘एसआईआर से लेकर गरीब विक्रेताओं के उत्पीड़न तक, सब कुछ चुनाव से पहले उनकी साजिश का हिस्सा है।’’

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राज्य में सांप्रदायिक विभाजन की संस्कृति को बढ़ावा देने की कोशिश करने का आरोप लगाया।

भाजपा पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘मैं सांप्रदायिक विभाजन में विश्वास नहीं करती। मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं। गीता पढ़ने के लिए सार्वजनिक सभा आयोजित करने की क्या आवश्यकता है? हम सभी गीता पढ़ते हैं। जो लोग ईश्वर से प्रार्थना करते हैं या अल्लाह से दुआ मांगते हैं, वे अपने हृदय में ऐसा करते हैं।’’

राजनीति के लिए ‘गीता, गीता’ का जाप करने वालों पर तीखा प्रहार करते हुए बनर्जी ने कहा, “मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि श्रीकृष्ण ने धर्म के बारे में क्या कहा? धर्म का अर्थ है इरादों की पवित्रता, मानवता और शांति। धर्म का अर्थ घृणा या विभाजन नहीं है। हम सभी घर पर गीता का पाठ करते हैं। ईश्वर हमारे हृदय में निवास करते हैं।”

भाजपा पर ‘‘बंगाल को बर्बाद’’ करने का आरोप लगाते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘‘वे राज्य पर कब्जा करना चाहते हैं और लोगों को बांग्ला बोलने से रोकना चाहते हैं।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि कई राज्यों में बंगाली लोगों को अपनी मातृभाषा बोलने के कारण प्रताड़ित किया जा रहा है।

बनर्जी ने कहा, ‘‘आपने बंगाल की पूरी तरह से उपेक्षा की है और बांग्ला बोलने वाले लोगों को प्रताड़ित किया है। ओडिशा में, नदिया के कुछ लोगों को बांग्ला बोलने के कारण अभी भी कैद में रखा गया है। उत्तर प्रदेश और दिल्ली में, सिर्फ बांग्ला बोलने के कारण लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है और बांग्लादेश भेजा जा रहा है। एक गर्भवती महिला को सिर्फ बांग्ला बोलने के कारण बांग्लादेश भेज दिया गया।’’

बनर्जी ने बंगाल की हस्तियों की व्याख्या को लेकर भी भाजपा पर हमला बोला।

ममता ने कहा, ”वंदे मातरम् के लेखक बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय को अब ‘बंकिम दा’ कहा जा रहा है, जैसे वे उनके साथ चाय पीते हों। मास्टर सूर्य सेन को मास्टर कहा जा रहा है.., वे दावा करते हैं कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस राष्ट्रीय नेता नहीं हैं।”

मुख्यमंत्री ने कहा, ” वे महात्मा गांधी का सम्मान नहीं करते। आज एक भाजपा नेता ने खुदीराम बोस को आतंकवादी कहा। राजा राम मोहन राय को ब्रिटिश एजेंट कहा जा रहा है। विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ दी गई। कल किसी ने कहा कि मातंगीनी हाजरा मुस्लिम थीं। क्या तुम बंगाल को जानते भी हो?”

बनर्जी ने दोहराया कि उनकी सरकार व्यक्तिगत स्वतंत्रताओं की रक्षा करेगी और चेतावनी दी, “याद रखें, भाजपा मांसाहार को प्रतिबंधित करना चाहती है। यह आपका निर्णय है कि आप मांसाहार का सेवन करना चाहते हैं या नहीं। लेकिन मैं किसी को भी आदिवासियों, अल्पसंख्यकों या टापासिलियों (भूमिहीन मजदूरों) के मामलों में दखल देने नहीं दूंगी।”

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि उनकी सरकार राज्य में निरुद्ध केंद्रों (डिटेंशन सेंटर) की इजाजत नहीं देगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, ”यह बंगाल है, उत्तर प्रदेश नहीं। हम यहां निरुद्ध केंद्रों की अनुमति नहीं देंगे। जब तक हम सत्ता में हैं, कोई भी ऐसा केंद्र यहां स्थापित नहीं होने देंगे। ”

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोलकाता पुलिस ने सात दिसंबर को ब्रिगेड परेड ग्राउंड में आयोजित पांच लाख लोगों द्वारा गीता पाठ कार्यक्रम में दो खाद्य विक्रेताओं पर हमला करने के आरोप में बुधवार रात को तीन लोगों को गिरफ्तार किया। मैदान पुलिस थाने में दर्ज दो शिकायतों के आधार पर ये गिरफ्तारियां की गईं।

कोलकाता के टॉपसिया इलाके और हुगली जिले के आरामबाग के रहने वाले शिकायतकर्ता ‘चिकन पैटी’ बेचने के लिए कार्यक्रम स्थल पर गए थे। आरोपियों ने कथित तौर पर उनका सारा सामान फेंक दिया और उन्हें कान पकड़कर उठक-बैठक करने के लिए मजबूर किया।

भाषा शफीक पवनेश

पवनेश


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