भुवनेश्वर में अपने शरीर से टैटू हटाने वाले पुलिसकर्मियों की संख्या में इजाफा

भुवनेश्वर में अपने शरीर से टैटू हटाने वाले पुलिसकर्मियों की संख्या में इजाफा

भुवनेश्वर में अपने शरीर से टैटू हटाने वाले पुलिसकर्मियों की संख्या में इजाफा
Modified Date: April 11, 2024 / 08:39 pm IST
Published Date: April 11, 2024 8:39 pm IST

भुवनेश्वर, 11 अप्रैल (भाषा) ओडिशा की राजधानी में टैटू पार्लरों में बृहस्पतिवार को बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी अपने शरीर से गोदना (टैटू) हटाने के लिए पहुंचे।

एक आधिकारिक आदेश के मुताबिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ओडिशा पुलिस की छवि को बनाए रखने के लिए विशेष सुरक्षा बटालियन (एसएसबी) में लगे पुलिसकर्मियों को दिखाई पड़ने वाले टैटू को खत्म करने के लिए कहा गया है।

पुलिसकर्मियों को उनकी वर्दी से परे दिखाई देने वाले गोदना को पूरी तरह से हटाने के लिए उन्हें 15 से 20 दिनों की समय सीमा दी गई है।

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भुवनेश्वर में डब्ल्यूडब्ल्यूई टैटू स्टूडियो के मालिक सुभम कुमार पाधी के अनुसार स्थायी गोदना हटाना इसे बनवाने की तुलना में एक चुनौतीपूर्ण और समय लेने वाली प्रक्रिया है।

सुभम कुमार पाधी ने कहा, ‘‘ टैटू हटाने की लागत गोदना बनवाने की लागत से चार गुना अधिक है, लेजर उपचार के लिए 15 से 20 दिनों के अंतराल पर चार सत्रों की आवश्यकता होती है। ’’

पाधी ने उल्लेख किया कि गोदना हटाने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए कई पुलिस कर्मी उनके स्टूडियो में आए।

उन्होंने कहा, ‘‘ गोदना हटाने की लागत 2,000 रुपये प्रति वर्ग इंच है, जबकि हम टैटू बनवाने के लिए लगभग 350 रुपये से 500 रुपये प्रति वर्ग इंच लेते हैं।’’

विशेष सुरक्षा बटालियन, जिसमें 1,000 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल हैं, मुख्यमंत्री आवास, राजभवन, राज्य सचिवालय, एनआईएसईआर, ओडिशा विधानसभा और उच्च न्यायालय जैसे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को सुरक्षा प्रदान करती है।

पुलिस उपायुक्त (सुरक्षा) सुधाकर मिश्रा ने बताया कि दिखाई पड़ने वो गोदना को हटाने का निर्देश ओडिशा पुलिस की प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए जारी किया गया है।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आपत्तिजनक या अपमानजनक समझे जाने वाले गोदना पुलिस बल की छवि खराब कर सकते हैं।

भाषा रवि कांत माधव

माधव


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