भाजपा ने असम के बजट को त्वरित विकास का खाका पेश करने वाला बताया, कांग्रेस ने आलोचना की

भाजपा ने असम के बजट को त्वरित विकास का खाका पेश करने वाला बताया, कांग्रेस ने आलोचना की

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  • Publish Date - July 17, 2021 / 04:00 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 09:01 PM IST

गुवाहाटी, 17 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को असम सरकार द्वारा पेश बजट की सराहना करते हुए ”इसे अगले पांच साल में त्वरित विकास और विकसित असम के निर्माण के लिये’’ रोडमैप पेश करने वाला करार दिया।

वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्य के बजट की आलोचना की और आरोप लगाया कि ”यह इतिहास का सबसे कपटपूर्ण बजट है।” कांग्रेस ने कहा कि इस बजट में बेतहाशा बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और कोविड-19 से जूझ रहे लोगों के लिए कुछ भी नया नहीं है।

भाजपा की असम इकाई के मुख्य प्रवक्ता रूपम गोस्वामी ने एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट ”वास्तविकता और दूरदर्शिता” पर आधारित है।

उन्होंने कहा, ” इस बजट से राज्य के विकास को गति मिलेगी। साथ ही अगले पांच साल में विकसित असम बनाने के लिए खाका खींचा गया है।”

असम सरकार ने शुक्रवार को विधानसभा में 2021-22 का बजट पेश किया था। बजट में एक लाख नये सरकारी नौकरी सृजित करने का प्रस्ताव है और कोई नया कर नहीं लगाया गया है। चालू वित्त वर्ष में 566 करोड़ रुपये का बजटीय घाटा रहने का अनुमान लगाया गया है।

यह हिमंत बिस्व सरमा की अगुवाई वाली सरकार का पहला बजट रहा, जिसे राज्य की वित्त मंत्री अजंता नियोग ने पेश किया।

भाजपा प्रवक्ता ने सरकारी स्कूलों के नौवीं और 10वीं के छात्रों को स्मार्ट फोन देने के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के सुधार पर ध्यान केंद्रित कर वर्तमान कोविड-19 संकट से निपटने के लिए कदम उठाया है।

इस बीच, कांग्रेस की असम इकाई के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने एक प्रेसवार्ता के दौरान दावा किया कि कोविड-19 महामारी के कारण असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की अजीविका प्रभावित हुई है और वे लोग इससे जूझ रहे हैं लेकिन ऐसे लोगों के लिए इस बजट में कुछ भी नहीं है।

उन्होंने आरोप लगाया कि इस बजट में पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस और दवाइयों की बढ़ती कीमतों की मार झेल रही आम जनता के लिए कोई राहत नहीं दी गई है।

भाषा शफीक दिलीप

दिलीप