कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत और राष्ट्रहित की विचारधारा के कारण बीएमएस एक विशाल संगठन बना: होसबाले

कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत और राष्ट्रहित की विचारधारा के कारण बीएमएस एक विशाल संगठन बना: होसबाले

कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत और राष्ट्रहित की विचारधारा के कारण बीएमएस एक विशाल संगठन बना: होसबाले
Modified Date: December 25, 2025 / 02:51 pm IST
Published Date: December 25, 2025 2:51 pm IST

हैदराबाद, 25 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) पिछले 70 वर्षों में अपने कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत, समर्पण और राष्ट्रहित की विचारधारा के कारण विश्व का सबसे बड़ा श्रमिक संगठन बन गया है।

होसबाले ने तेलंगाना में भारतीय मजदूर संघ के नए कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर यह बात कही।

उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपने काम, प्रतिबद्धता और विचारधारा का विस्तार करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बीते दशकों में नेताओं और कार्यकर्ताओं ने देश और संगठन के लिए निस्वार्थ भाव से काम किया।

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होसबाले ने कहा, ‘‘ बीएमएस ने विश्व के सबसे बड़े (मजदूर संघ) संगठन के रूप में 70 वर्ष पूरे किए हैं। यह कार्यालय भवन के कारण नहीं बल्कि देश के लिए काम करने के दृढ़ संकल्प, त्याग, समर्पण और कड़ी मेहनत के कारण संभव हुआ है।’’

उन्होंने बीएमएस के काम के अनेक पहलुओं को देखते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है और उन्हें हाल ही में केंद्र द्वारा अधिसूचित श्रम संहिता सहित विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों का अध्ययन भी करना चाहिए।

इस कार्यक्रम में आरएसएस अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य भागय्या और बीएमएस के कई नेता शामिल हुए।

भाषा शोभना नरेश

नरेश


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