बांग्लादेश में अत्याचारों पर केंद्र चुप, बीएसएफ ने घुसपैठियों को बंगाल में घुसने दिया : अभिषेक
बांग्लादेश में अत्याचारों पर केंद्र चुप, बीएसएफ ने घुसपैठियों को बंगाल में घुसने दिया : अभिषेक
कोलकाता, दो जनवरी (भाषा) तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि वह बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को लेकर चुप है।
अभिषेक बनर्जी ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पर पश्चिम बंगाल को अस्थिर करने के लिए घुसपैठियों की सहायता करने का आरोप लगाया।
टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव ने केंद्र से भारत विरोधी बयान का बांग्लादेश को मुंहतोड़ जवाब देने का आग्रह किया।
बांग्लादेश में मौजूदा संकट को लेकर केंद्र की प्रतिक्रिया पर चिंता जताते हुए बनर्जी ने आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री बांग्लादेश की स्थिति पर चुप क्यों हैं? भाजपा सरकार वीरता और पराक्रम की बात करती है, लेकिन पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों पर पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं दे रही है।’’
बनर्जी ने बांग्लादेश की स्थिति पर कूटनीतिक माध्यमों से केंद्र की प्रतिक्रिया को ‘अपर्याप्त’ करार दिया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के नेताओं को अपने केंद्रीय नेतृत्व से पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के बारे में और अधिक मुखर होने के लिए कहना चाहिए।
उन्होंने केंद्र में भाजपा नीत सरकार पर बांग्लादेश की घटनाओं पर ‘अपेक्षाकृत चुप रहने’ का भी आरोप लगाया।
डायमंड हार्बर के सांसद ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक स्वास्थ्य कार्यक्रम के मौके पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘हर मामले में तृणमूल कांग्रेस सरकार को दोष देने वाले और प्रदर्शन करने वाले प्रदेश भाजपा के नेता बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य समुदायों पर जारी अत्याचार के बारे में कूटनीतिक मोर्चे पर नरेन्द्र मोदी सरकार के अपर्याप्त जवाब के बारे में बात नहीं कर रहे हैं।’’
उन्होंने दोहराया कि तृणमूल कांग्रेस और राज्य सरकार बांग्लादेश की स्थिति पर केंद्र के फैसले और प्रतिक्रिया को मानेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पिछले कुछ अवसरों पर पराक्रम और वीरता के बारे में कई लंबी बातें सुनी हैं, लेकिन भाजपा सरकार बांग्लादेश में होने वाली घटनाओं के बारे में अपेक्षाकृत चुप है।’’
टीएमसी के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘क्या आपने कभी सुना है कि 2014 से पहले बांग्लादेश जैसे किसी देश ने भारत को डराने की हिम्मत की हो? क्या आप इसी तरह भारत का नाम रोशन कर रहे हैं? हम सभी बांग्लादेश में जारी अत्याचारों और अराजकता से अवगत हैं तथा हमारी केंद्र सरकार की चुप्पी इन अटकलों को और बढ़ा रही है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री हमेशा एक शक्तिशाली सरकार, ’56 इंच की छाती वाली सरकार’ की बात करते हैं। अब हम देखना चाहते हैं कि केंद्र सरकार बांग्लादेश को उसकी भाषा में मुंहतोड़ जवाब दे। ’’
बनर्जी ने बीएसएफ पर भी आरोप लगाते हुए दावा किया कि यह बल बांग्लादेश से चरमपंथियों की घुसपैठ में सहायता कर रहा है।
बनर्जी ने कहा, ‘‘राज्य को अस्थिर करने के लिए बीएसएफ घुसपैठियों को पश्चिम बंगाल में घुसने दे रही है। राज्य पुलिस ऐसे उग्रवादियों को गिरफ्तार कर रही है।’’
उन्होंने दावा किया कि हाल ही में राज्य के विभिन्न हिस्सों से कई संदिग्ध चरमपंथियों को गिरफ्तार किया गया है, खासकर पांच अगस्त के बाद बांग्लादेश में हुई अशांति के बाद।
बनर्जी ने कहा, ‘‘राज्य पुलिस के प्रयासों की सराहना करने के बजाय विपक्ष उनकी आलोचना कर रहा है। यह राज्य पुलिस ही है जिसने उन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। भाजपा को पहले यह जवाब देना चाहिए कि सीमा सुरक्षा के लिए जिम्मेदार बीएसएफ अपने कर्तव्य में विफल क्यों है?’’
तृणमूल कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘अगर भाजपा नेता यहां पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के बारे में इतने सचेत हैं, तो वे दिल्ली में अपनी सरकार को उचित तरीके से जवाब देने के लिए क्यों नहीं कहते। उन्हें केंद्रीय नेतृत्व से बांग्लादेश की स्थिति के बारे में अधिक मुखर होने के लिए कहना चाहिए।’’
बनर्जी ने राज्य में लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने तथा उन लोगों पर ध्यान नहीं देने की अपील की जो बांग्लादेश की स्थिति का हवाला देकर हिंसा में शामिल होने और कानून-व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं।
भाषा रवि कांत रवि कांत मनीषा अविनाश
अविनाश

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