चंपावत में ग्राम प्रधान पद पर विजेता प्रत्याशी ने अपनी ही जीत पर उठाए सवाल
चंपावत में ग्राम प्रधान पद पर विजेता प्रत्याशी ने अपनी ही जीत पर उठाए सवाल
चंपावत, तीन अगस्त (भाषा) चंपावत के तरकुली ग्राम पंचायत में हाल में संपन्न चुनाव में एक अनोखा मामला सामने आया जहां ग्राम प्रधान पद के चुनाव में कम वोट हासिल करने वाली काजल बिष्ट को जीत का प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया।
हालांकि, प्रमाणपत्र जारी होने से अचंभित बिष्ट ने ईमानदारी दिखाते हुए अधिकारियों से सही हकदार को विजेता घोषित करने तथा उसे प्रमाणपत्र जारी करने का अनुरोध किया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र चंपावत के तरकुली ग्राम पंचायत के चुनाव में बिष्ट तीन मतों से हार गई थीं। मतगणना में उन्हें 103 जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी सुमित कुमार को 106 वोट मिले थे।
बिष्ट ने बताया, ‘‘मैंने निर्वाचन अधिकारी से कहा कि मैं चुनाव जीती नहीं हूं बल्कि हारी हूं। मेरे प्रतिद्वंद्वी को मुझसे तीन वोट अधिक मिले थे इसलिए जीत के सही हकदार को ही प्रमाणपत्र दिया जाए।’’
उन्होंने बताया कि निर्वाचन अधिकारी के स्तर पर मामला नहीं सुलझने के बाद उन्होंने उपजिलाधिकारी अनुराग आर्य की अदालत में मामला दायर किया।
उपजिलाधिकारी ने उनकी आपत्ति स्वीकार करते हुए निर्वाचन अधिकारी को 30 दिन के भीतर पुन: मतगणना कराए जाने का आदेश दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में अब जल्द ही पुनर्मतगणना की तिथि जारी होने की संभावना है ।
भाषा सं दीप्ति
खारी
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