श्रीनगर, एक मई (भाषा) जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर चुनाव की तिथि को बदलकर 25 मई किये जाने के एक दिन बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने बुधवार को दावा किया कि भाजपा के इशारे पर मतदाताओं को प्रभावित करने और उसके छद्म उम्मीदवार को लाभ पहुंचाने के लिए दो सप्ताह की मोहलत दी गई है।
पिछले साल अगस्त में अपनी मां की मीडिया सलाहकार नियुक्त की गईं इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि यह बहुत दुखद है कि भाजपा न्यायपालिका और भारत के निर्वाचन आयोग जैसी संस्थाओं को अपने पक्ष में कर रही है।
‘पीटीआई वीडियो’ से बात करते हुए उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के इस फैसले से लोगों का लोकतंत्र से भरोसा उठ जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह सीट भाजपा की नहीं है क्योंकि सभी समुदायों के लोग महबूबा मुफ्ती के साथ हैं। वे असुरक्षित हैं और नहीं चाहते कि मेरी मां जैसी मजबूत आवाज संसद तक पहुंचे।’’
इस निर्वाचन क्षेत्र में महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता मियां अल्ताफ के बीच सीधा मुकाबला है। मैदान में 18 अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के मोहम्मद सलीम पर्रे और जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के नेता जफर इकबाल खान मन्हास शामिल हैं।
हालांकि भाजपा इस सीट से चुनाव नहीं लड़ रही है, लेकिन पुंछ और राजौरी जिलों में उसके नेता मन्हास के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के मूल विचार को कमजोर करने की एक साजिश है।
जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रवींद्र रैना ने मंगलवार को एक वरिष्ठ पार्टी नेता को पुंछ जिले में एक चुनावी सभा के दौरान ‘नफरत भरा भाषण’ देने और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने पर पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
रैना ने पुंछ के जिला प्रवक्ता, सतीश भार्गव को “घोर अनुशासनहीनता” के लिए छह साल की अवधि के वास्ते पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने का आदेश दिया।
भाषा संतोष प्रशांत
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