मनरेगा को बदलना ‘ऐतिहासिक गलती’ है: सचिन पायलट

मनरेगा को बदलना ‘ऐतिहासिक गलती’ है: सचिन पायलट

मनरेगा को बदलना ‘ऐतिहासिक गलती’ है: सचिन पायलट
Modified Date: December 23, 2025 / 12:42 am IST
Published Date: December 23, 2025 12:42 am IST

बेंगलुरु, 22 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने सोमवार को केंद्र सरकार द्वारा ग्रामीण रोजगार कानून ‘मनरेगा’ को बदले जाने को ‘ऐतिहासिक गलती’ और ‘सबसे वंचित लोगों’ की आजीविका के अवसरों पर एक सुनियोजित हमला करार दिया।

राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेताओं– सोनिया गांधी और राहुल गांधी को झूठा फंसाकर लगातार ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ लेने का भी आरोप लगाया।

पायलट ने कहा, ‘‘भारत सरकार ने एक ऐतिहासिक गलती की है। आजादी के बाद इतिहास में पहली बार राष्ट्रपिता के नाम पर शुरू की गई किसी योजना या कार्यक्रम का नाम बदला गया है। भारत में ग्रामीण भारत की वित्तीय सुरक्षा के लिए मनरेगा नामक जो एकमात्र नेटवर्क था उसे सरकार ने पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।’’

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उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि मनरेगा को राज्य सरकारों, हितधारकों और नागरिक संस्था से बिना किसी चर्चा के रद्द कर दिया गया है तथा संसद का इस्तेमाल ‘बहुमत की ताकत’ दिखाने और कानून को जबरदस्ती पारित कराने के लिए किया गया।

भाजपा पर 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही कांग्रेस नेताओं — सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड मामले में फंसाकर ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ लेने का आरोप लगाते हुए पायलट ने कहा कि अदालत ने कहा है कि वह ईडी द्वारा दायर मामले का संज्ञान नहीं लेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘अदालत के आदेश से यह स्पष्ट हो जाता है कि मामला राजनीतिक रूप से प्रेरित था…हम निर्दोष साबित हुए हैं।’’

भाषा राजकुमार सुभाष

सुभाष


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