अरुणाचल सीमा पर चीन की नई चाल, कर रहा बुनियादी ढांचे का निर्माण, भारत की तैयारियों को लेकर सेना ने कही ये बड़ी बात

अरुणाचल सीमा पर चीन की नई चाल, कर रहा बुनियादी ढांचे का निर्माणः China's new move on Arunachal border, building infrastructure

अरुणाचल सीमा पर चीन की नई चाल, कर रहा बुनियादी ढांचे का निर्माण, भारत की तैयारियों को लेकर सेना ने कही ये बड़ी बात
Modified Date: November 29, 2022 / 08:26 pm IST
Published Date: May 16, 2022 7:06 pm IST

गुवाहाटी : China’s new move on Arunachal border भारतीय थलसेना की पूर्वी कमान के प्रमुख ने सोमवार को कहा कि चीन की ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी’ (पीएलए) अरुणाचल प्रदेश के पास लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बुनियादी ढांचे संबंधी क्षमता बढ़ा रही है। पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आर पी कलिता ने साथ ही कहा कि भारतीय पक्ष भी सीमा के पास हर प्रकार की संभावित स्थिति से निपटने की तैयारी के तहत अपने बुनियादी ढांचे को लगातार उन्नत कर रहा है।

Read more :  Prithviraj costumes: ‘पृथ्वीराज’ मूवी के लिए जितने कपड़े लगे हैं, उतने में 500 बारात के बारातियों के बन सकते हैं कॉस्टयूम 

China’s new move on Arunachal border उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘तिब्बत क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के उस पार बुनियादी ढांचे के विकास संबंधी काफी काम हो रहा है। दूसरा पक्ष अपने सड़क, रेल और हवाई संपर्क साधनों का लगातार उन्नयन कर रहा है, ताकि वे किसी भी स्थिति में प्रतिक्रिया देने या अपने बलों को लाने-ले जाने के लिए बेहतर स्थिति में हों।’’ कलिता ने कहा कि चीनी प्राधिकारियों ने एलएसी के पास सीमावर्ती गांव विकसित किए हैं, ताकि उनका इस्तेमाल इन दोनों लक्ष्यों को पूरा करने के लिए किया जा सके।

 ⁠

Read more : DGCA ने इंडिगो को भेजा कारण बताओ नोटिस, दिव्यांग बच्चे को विमान में न चढ़ने देने वाले मामले में मानी स्टाफ की गलती 

हालात से निपटने हम तैयार : भारतीय सेना

उन्होंने कहा, ‘‘हम हालात पर लगातार नजर रख रहे हैं। हम भी हमारे बुनियादी ढांचे और क्षमताओं के साथ-साथ हालात से निपटने के लिए तंत्र का उन्नयन कर रहे हैं। इनसे हम मजबूत स्थिति में आ गए हैं।’’ भारतीय थलसेना के कमांडर ने स्वीकार किया कि सीमावर्ती स्थलों पर क्षमताओं और बुनियादी ढांचे को विकसित करने में दुर्गम स्थल और खराब मौसम सबसे बड़ी चुनौती हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय थलसेना ‘‘उच्च स्तर की अभियानगत तैयारियों’’ के साथ पूरी तरह तैयार है।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।