दोषी पाये जाने पर विवादास्पद आईएएस अधिकारी को किया जा सकता है बर्खास्त: आधिकारिक सूत्र

दोषी पाये जाने पर विवादास्पद आईएएस अधिकारी को किया जा सकता है बर्खास्त: आधिकारिक सूत्र

दोषी पाये जाने पर विवादास्पद आईएएस अधिकारी को किया जा सकता है बर्खास्त: आधिकारिक सूत्र
Modified Date: July 12, 2024 / 05:43 pm IST
Published Date: July 12, 2024 5:43 pm IST

नयी दिल्ली, 12 जुलाई (भाषा) विशेषाधिकारों के कथित दुरुपयोग को लेकर विवादों में घिरीं परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर को दोषी पाये जाने पर सेवा से बर्खास्त किया जा सकता है। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

सूत्रों ने कहा कि सिविल सेवा परीक्षा और फिर सेवा में चयन के लिए उनके द्वारा प्रस्तुत सभी दस्तावेजों की बृहस्पतिवार को केंद्र द्वारा गठित एक सदस्यीय समिति द्वारा पुनः जांच की जाएगी।

एक सूत्र ने कहा, ‘यदि अधिकारी दोषी पायी जाती है तो उन्हें सेवा से बर्खास्त किया जा सकता है। यदि यह पाया जाता है कि उन्होंने तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया है या यह पाया जाता है कि उनका चयन जिन दस्तावेजों के आधार पर किया गया है, उनमें किसी तरह का फर्जीवाड़ा किया है तो उन्हें आपराधिक आरोपों का भी सामना करना पड़ सकता है।’

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वर्ष 2023 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी खेडकर परिवीक्षा पर हैं और वर्तमान में अपने गृह कैडर महाराष्ट्र में तैनात हैं।

खेडकर (34) पर भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में शामिल होने के लिए शारीरिक दिव्यांगता श्रेणी और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कोटा के तहत लाभों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है।

सूत्रों ने कहा कि कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग में अतिरिक्त सचिव मनोज कुमार द्विवेदी की एकल सदस्यीय जांच समिति को दो सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है।

इस बीच, खेडकर ने बृहस्पतिवार को विदर्भ क्षेत्र में वाशिम जिला कलेक्ट्रेट में सहायक कलेक्टर के रूप में अपनी नयी भूमिका संभाली। उनका तबादला पुणे से किया गया था, जहां उन्होंने लोगों पर कथित तौर पर धमकाने और और अपनी निजी ऑडी कार पर लाल बत्ती भी लगायी थी।

पुणे के जिलाधिकारी सुहास दिवासे ने राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव नितिन गाडरे को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि वे ‘प्रशासनिक जटिलताओं’ से बचने के लिए खेडकर को दूसरे जिले में तैनाती देने पर विचार करें, जिसके बाद विवादास्पद अधिकारी को वाशिम भेज दिया गया।

दिवासे ने कनिष्ठ कर्मचारियों के साथ कथित आक्रामक व्यवहार, अतिरिक्त कलेक्टर अजय मोरे के चैंबर पर अवैध कब्जा और ऑडी पर लाल बत्ती लगाने और दिन के समय इसे लगाकर चलने से संबंधित उल्लंघनों सहित उनके व्यवहार के लिए खेडकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।

भाषा अमित माधव

माधव


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