कोरोना संकट नहीं अवसर है, पीएम मोदी ने दिया आत्मनिर्भर से निर्यातक बनने का मंत्र, कोल बाॉक्स नीलामी प्रक्रिया की शुरुआत

कोरोना संकट नहीं अवसर है, पीएम मोदी ने दिया आत्मनिर्भर से निर्यातक बनने का मंत्र, कोल बाॉक्स नीलामी प्रक्रिया की शुरुआत

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  • Publish Date - June 18, 2020 / 07:34 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:46 PM IST

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि कोरोना ने देश को आत्मनिर्भर बनने का बेहतर अवसर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बात गुरुवार को आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत निजी क्षेत्र के लिए 41 कोल ब्लॉक्स की नीलामी की प्रक्रिया की शुरुआत करने के दौरान कही।

पीएम ने कहा कि भारत आपदा में रोने वाला देश नहीं है। भारत संकट को अवसर में बदलने के लिए गंभीर है। हम आयात पर निर्भरता कम करेंगे। युवाओं को रोजगार देंगे। बता दें कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत आज यानि 18 जून को निजी क्षेत्र के लिए 41 कोल ब्लॉक्स की नीलामी की प्रक्रिया की शुरुआत की गई है।

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प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा, “भारत कोरोना से लड़ेगा भी और आगे भी बढ़ेगा भी, आपदा कितनी ही बड़ी क्यों न हो, भारत उसे अवसर में बदलने के लिए कृत-संकल्पित है। भारत इस बड़ी आपदा को अवसर में बदलेगा, कोरोना के इस संकट ने भारत को आत्मनिर्भर भारत होने का सबक दिया है। आत्मनिर्भर भारत यानि भारत आयात पर अपनी निर्भरता कम करेगा। आत्मनिर्भर भारत यानि भारत आयात पर खर्च होने वाली लाखों करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा बचाएगा और देश के गरीबों के कल्याण में लगाएगा.” ।
<blockquote
class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Prime Minister
Narendra Modi addresses the launching of auction of 41 coal mines for
commercial mining, via video conference. <a
href="https://t.co/J2WYzgWk37">pic.twitter.com/J2WYzgWk37</a></p>&mdash;
ANI (@ANI) <a
href="https://twitter.com/ANI/status/1273492673521872896?ref_src=twsrc%5Etfw">June
18, 2020</a></blockquote>
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charset="utf-8"></script>

<blockquote
class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Everyone
participating in this event from home and abroad are most welcome.
Having such an event in this challenging time &amp; all of you
joining it, is a big message in itself: Prime Minister Narendra Modi
<a
href="https://t.co/vVEXrqL6WN">pic.twitter.com/vVEXrqL6WN</a></p>&mdash;
ANI (@ANI) <a
href="https://twitter.com/ANI/status/1273493199600840705?ref_src=twsrc%5Etfw">June
18, 2020</a></blockquote>
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charset="utf-8"></script>

<blockquote
class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">The auction (of
41 coal mines for commercial mining) today is taking place at a time
when business activity in India is normalizing rapidly.
Consumption&amp;demand is rapidly approaching the pre-COVID level.
In such a situation, there cannot be a better time for a new beginning:
PM <a
href="https://t.co/9kK9ZDg26f">pic.twitter.com/9kK9ZDg26f</a></p>&mdash;
ANI (@ANI) <a
href="https://twitter.com/ANI/status/1273501195592597504?ref_src=twsrc%5Etfw">June
18, 2020</a></blockquote>
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charset="utf-8"></script>

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पीएम मोदी ने कहा, “अब भारत ने कोयला और माइनिंग के सेक्टर को प्रतिस्पर्धा, पूंजी, साझेदारी और तकनीकी के लिए पूरी तरह से खोलने का बहुत बड़ा फैसला लिया है। 2014 के बाद इस स्थिति को बदलने के लिए एक के बाद एक कई कदम उठाए गए हैं, जिस कोल लिंकेज की बात कोई सोच नहीं सकता था, वो हमने करके दिखाया है। ऐसे कदमों के कारण कोल सेक्टर को मजबूती भी मिली.”।

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पीएम मोदी ने आगे कहा, “एक मजबूत माइनिंग और मिनरल सेक्टर के बिना आत्मनिर्भरता संभव नहीं है क्योंकि मिनिरल और माइनिंग हमारी अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं. इन रिफॉर्म्स के बाद अब कोयले का उत्पादन, पूरा कोल सेक्टर भी एक प्रकार से आत्मनिर्भर हो पाएगा.”

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “जब हम दुनिया के सबसे बड़े उत्पादक में से एक हैं, तो हम सबसे बड़े एक्सपोर्टर क्यों नहीं हो सकते। यही सवाल करोड़ों भारतीयों के मन में उठता रहा है। देश के कोल सेक्टर को कैप्टिव और नॉन-कैप्टिव के जाल में उलझाकर रखा गया था, जो देश कोल रिजर्वे के हिसाब से दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश हो, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक हो, वो देश कोल का एक्सपोर्ट नहीं करता बल्कि वो देश दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कोल इंपोर्टर है.”।